मिस्र में चुनाव के बीच दौड़ से हटा विपक्ष
२ दिसम्बर २०१०मुस्लिम ब्रदरहुड ने पहले दौर में चुनावों में हिस्सा लिया लेकिन अब वह प्रक्रिया से बाहर हो गया है. दल ने आरोप लगाया है कि चुनावों के पहले दौर में धांधली हुई और इसके लिए सरकार जिम्मेदार है.
अपनी वेबसाइट पर दल ने एक छोटा सा संदेश लगाया है. इसमें लिखा है कि वह रविवार को होने वाली वोटिंग से खुद को बाहर कर रहा है. संदेश में कहा गया है कि इस बारे में विस्तार से बाद में लिखा जाएगा.
देश में मुस्लिम ब्रदरहुड नाम का यह संगठन प्रतिबंधित है और उसने अपने उम्मीदवारों को आजाद उम्मीदवारों के तौर पर चुनाव में उतारा था. हालांकि पहले दौर के जो नतीजे अब तक आए हैं उनमें संगठन का कोई उम्मीदवार नहीं जीत पाया है. अगले दौर में उसके 27 उम्मीदवारों को हिस्सा लेना था.
2005 में हुए पिछले चुनावों में संगठन ने निचले सदन की 20 फीसदी वोट हासिल कीं और कुल 88 सीटों के साथ वह प्रमुख विपक्षी दल बन गया था.
मिस्र के राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की सत्ताधारी नेशनल डेमोक्रैटिक पार्टी निचले सदन में 41 फीसदी वोट जीतकर दोबारा सत्ता पर अपनी पकड़ बनाने जा रही है. हालांकि उसके लिए समस्याएं कम नहीं हैं क्योंकि अगले साल देश में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. 82 साल के राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक के बाद उनकी जगह कौन लेगा यह पार्टी के लिए सबसे बड़ी चिंता बनी हुई है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एस गौड़