यूरोपीय संघ ने फ़लीस्तीन में एकता की अपील की
२६ जनवरी २००९इस बैठक में कहा गया कि ग़ज़ा में हालात ठीक करने के लिए हमास और फ़तह को मिल कर काम करना होगा. जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रांक वाल्टर श्टायनमायर ने कहा कि अब वक्त आ गया है कि संघर्ष विराम के बाद स्थायी शांति के रास्ते तलाशे जाएं.
27 देशों के यूरोपीय संघ के मौजूदा अध्यक्ष चेक गणराज्य के विदेश मंत्री कारेल श्वार्जेनबर्ग ने कहा कि सभी पक्ष ग़ज़ा के लिए तुरंत और तत्परता से काम करने पर राज़ी हो गए हैं. स्वीडन के विदेश मंत्री कार्ल बिल्ट ने कहा कि इस वक्त फ़लीस्तीनियों को आपस में बातचीत शुरू करनी चाहिए. बैठक में मिस्र, तुर्की, जॉर्डन और फ़लीस्तीन के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया. मिस्र ने यूरोपीय संघ से अपील की कि वह ग़ज़ा में तेज़ी से पुनर्निर्माण में मदद करे और ग़ज़ा की सीमा खोलने के लिए इस्राएल पर दबाव बनाए. यूरोपीय संघ ने ग़ज़ा और मिस्र की रफ़ा सीमा पर निगरानी दल तैनात करने का इरादा जताया, ताकि वहां की सीमा को खोला जा सके.
लक्ज़मबर्ग के विदेश मंत्री ने कहा कि महीने के आख़िर तक रफ़ा की सीमा खोली जा सकती है ताकि ग़ज़ा के लिए कम से कम एक रास्ता तो खुले. स्पेन के विदेश मंत्री मिगुएल एंजेल मोरातीनोस ने कहा कि हम हमास से कुछ असंभव की दरकार नहीं कर रहे हैं. यूरोप चाहता है कि वहां एक आम सहमति की सरकार बने. हालांकि यूरोपीय संघ हमास को आतंकवादी संगठनों की सूची में रखता है लेकिन संघ के कुछ सदस्यों का कहना है कि उसे साथ लिए बग़ैर इलाक़े में शांति संभव नहीं है. मिस्र की सीमा से ग़ज़ा में हथियारों की तस्करी का ख़तरा है और फ्रांस ने कहा है कि वह वहां अंतरराष्ट्रीय जल सीमा में अपना निगरानी दल भेजना चाहता है. जर्मनी और ब्रिटेन ने इसमें मदद की पेशकश की है.