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बिक गया ट्विटर, मानवाधिकार कार्यकर्ता चिंतित

२६ अप्रैल २०२२

उद्योगपति इलॉन मस्क द्वारा ट्विटर खरीदने की खबर से मानवाधिकार कार्यकर्ताओं में चिंता है. दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति मस्क ने 44 अरब डॉलर में सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर को खरीद लिया है.

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इलॉन मस्क ने खरीदा ट्विटर
इलॉन मस्क ने खरीदा ट्विटरतस्वीर: Adrien Fillon/ZUMA/picture alliance

इलॉन मस्क ने ट्विटर को 44 अरब डॉलर में खरीद लिया है. सोमवार को उन्होंने इस बारे में सौदा कर लिया. 16 साल पुराने इस सोशल मीडिया मंच पर करोड़ों लोग सक्रिय हैं जिनमें मनोरंजन जगत की मशहूर हस्तियों से लेकर राष्ट्राध्यक्ष, राजनेता, खिलाड़ी और आम लोग तक शामिल हैं. इस खरीद के बाद कंपनी में कई बड़े बदलावों के कयास लगाए जा रहे हैं.

इलॉन मस्क खुद को ‘अभिव्यक्ति की पूर्ण आजादी' के समर्थक कहते हैं और ट्विटर द्वारा उस पर पोस्ट की जाने वाली सामग्री पर नियंत्रण रखने की आलोचना करते रहे हैं. उन्होंने कहा था कि ट्विटर का अल्गोरिदम सार्वजनिक किया जाना चाहिए ताकि लोगों को पता चले कि सामग्री को किस आधार पर प्राथमिकता दी जाती है. उन्होंने विज्ञापन देने वाली कंपनियों को बहुत अधिक ताकत देने की भी आलोचना की थी.

राजनीतिक और मानवाधिकार कार्यकर्ता मस्क के इसी खुलेपन से घबरा रहे हैं. उन्हें आशंका है कि मस्क के ट्विटर पर नियंत्रण का अर्थ है कि सामग्री पर नियंत्रण कम होगा और उन लोगों की भी ट्विटर पर वापसी होगी जिन्हें नफरतभरी या हिंसक भाषा के इस्तेमाल आदि के कारण इस मंच से हटाया गया था. इनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप भी शामिल हैं जिन्हें ट्विटर ने भ्रामक सूचनाएं फैलाने के कारण अपने मंच से हटा दिया था. दूसरी तरफ दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने इस बात का स्वागत किया है कि अब ट्विटर पर कम नियंत्रण होगा.

मस्क ने जिन बदलावों के संकेत दिए हैं उनमें पोस्ट को एडिट करने की सुविधा भी शामिल हैं. इसके अलावा वह ‘स्पैम बॉट्स' यानी ट्वीट करने वाले सॉफ्टवेयर पर नियंत्रण की बात भी कह चुके हैं.

कैसे बिका ट्विटर?

इलॉनमस्क ने हाल ही में बताया थाकि उन्होंने ट्विटर के लगभग 9 प्रतिशत शेयर खरीद लिए हैं. इसके बाद ट्विटर कंपनी में हिस्सेदारी बढ़ाने की उनकी कोशिशों को कड़ी चुनौती मिली. इसके बाद उन्होंने पूरी कंपनी खरीदने के लिए भी एक प्रस्ताव दिया था. मस्क ने ट्विटर को करीब 43 अरब डॉलर की मार्केट वैल्यू पर खरीदने की पेशकश की थी, जिसे कंपनी बोर्ड ने अस्वीकार कर दिया था.

सप्ताहांत पर सौदेबाजी और तेज हो गई. मस्क ने अपनी वित्तीय योजनाओं के जरिए ट्विटर के हिस्सेधारकों को लुभाना शुरू कर दिया. दबाव बढ़ने के बाद ट्विटर ने भी सौदेबाजी की और 54.20 डॉलर प्रति शेयर की मांग की. आखिरकार सोमवार को इस बारे में सौदा हो गया कि मस्क 44 अरब डॉलर में ट्विटर खरीद लेंगे.

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इसके बाद ट्विटर के शेयरों की कीमत 5.7 फीसदी बढ़कर 51.70 डॉलर पर पहुंच गई. पिछले साल ट्विटर के शेयर 70 डॉलर के आसपास बिक रहे थे. ट्विटर में हिस्सेदारी रखने वाले बोयार वैल्यू ग्रुप के जोनाथन बोयार ने कहा, "मेरे ख्याल से कंपनी को खुद को बदलने के लिए काफी समय दिया गया था. जितनी मस्क ने अभी पेशकश की है, हम उससे कहीं ज्यादा कमा सकते थे." हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि सार्वजनिक बाजारों में कंपनी की सही कीमत नहीं पता चलती.

ट्विटर ने कहा है कि मस्क ने कंपनी का 25.5 अरब डॉलर का कर्ज भी अपना लिया है और साथ ही 21 अरब डॉलर की साझेदारी की प्रतिबद्धता भी की है.

क्या बोले मस्क?

ट्विटर पर ही खरीद का ऐलान करते हुए इलॉन मस्क ने लिखा कि वह ट्विटर को पहले से कहीं बेहतर बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा, "अभिव्यक्ति की आजादी कार्यशील लोकतंत्र का आधार होती है और ट्विटर शहर के डिजिटल चौराहे जैसा है जहां इंसानियत के भविष्य के लिए जरूरी मुद्दों पर बात होती है. मैं नई चीजों के जरिए ट्विटर को पहले से बेहतर बनाना चाहता हूं जिनमें अल्गोरिदम को सार्वजनिक कर भरोसा बढ़ाना व सभी मानवों की प्रमाणिकता की जांच कर और स्पैम बॉट्स को हराना शामिल होगा."

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इलॉन मस्क दुनिया के सबसे धनी व्यक्ति हैं. फोर्ब्स कंपनी ने उनकी संपत्ति की कीमत 268 डॉलर आंकी थी. उन्होंने कहा है कि वह ट्विटर की आर्थिकी को लेकर ज्यादा चिंतित नहीं हैं. हाल ही में एक मंच पर उन्होंने कहा था, "मानव सभ्यता के भविष्य के लिए एक ऐसा मंच होना बहुत महत्वपूर्ण है जो समावेशी हो और जिस पर अधिकतर लोग भरोसा करें. मैं इसकी आर्थिकी के बारे में ज्यादा परवाह नहीं करता."

उधर हाल ही में ट्विटर के सीईओ बनाए गए पराग अग्रवाल ने कंपनी के बिकने के बाद अपने कर्मचारियों से कहा कि सौदा हो जाने के बाद कंपनी के भविष्य के बारे में उन्हें ज्यादा नहीं पता. अग्रवाल ने टाउनहॉल कार्यक्रम के जरिए कर्मचारियों से बात की. इस दौरान कर्मचारियों ने उनसे पूछा कि क्या डॉनल्ड ट्रंप ट्वटिर पर वापस आ जाएंगे.

इस सवाल के जवाब में अग्रवाल ने कहा, "जब सौदा हो जाएगा तो हमें नहीं पता कि मंच की दिशा क्या होगी. मुझे लगता है कि जब इलॉन से बात करने का मौका मिलेगा तो उनसे हमें यह सवाल पूछना चाहिए." कंपनी ने कर्मचारियों को बताया है कि मस्क जल्दी ही उनसे मुखातिब होंगे.

वीके/एए (रॉयटर्स, एएफपी)

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