स्पीड डेटिंग के बाद अब स्पीड जॉब इंटरव्यू
२५ नवम्बर २०१०इसके अलावा स्पीड डेटिंग थी, अब उसी के तर्ज पर शुरू हुआ है स्पीड जॉब इंटरव्यू. इसे समझने के लिए स्पीड डेटिंग को समझना जरूरी है. इसके तहत पुरुष और महिलाएं एक ग्रुप में बैठते हैं. एक पुरुष और एक महिला को एक दूसरे को पहचानने के लिए 15 मिनट मिलते हैं, फिर जोड़े बदल जाते हैं. आखिर में वे तय करते हैं कि किसके साथ वे दुबारा मिलना चाहेंगे. वैसे तो कहा जाता है कि एक दूसरे को पहचानने में हजारों साल लग जाते हैं. यहां सिर्फ 15 मिनट? खैर, कोई बात नहीं! बहुतों को जानने का मौका मिलता है. फिर तय किया जा सकता है कि किसे पहचाना जाए.
बात स्पीड जॉब इंटरव्यु की है. स्पीड डेटिंग में निहित जानने पहचानने के गूढ़ तत्व के आधार पर इसकी रूपरेखा तैयार की गई है. कंपनी के प्रतिनिधि और नौकरी के लिए एप्लाई करने वाले एक ग्रुप में मिलते हैं. ग्रुप का माहौल भी बिल्कुल स्पीड डेटिंग जैसा बिंदास होता है. हर आवेदक 15 मिनट के लिए कंपनी के किसी प्रतिनिधि के साथ बात करता है. उसके बाद अगला. जर्मनी के म्युंस्टर नगर में एक जॉब प्रोमोशन संस्था है, जिसकी ओर से साल में दो बार स्पीड जॉब इंटरव्यु का सेशन आयोजित किया जा रहा है. माना जा सकता है कि जल्द ही इसकी मांग और बढ़ेगी. वैसे अगर इंटरव्यु देने वाले को टालना हो, तो "नॉर्मल" इंटरव्यु भी दो-चार मिनटों में निपटा दिया जाता है.
इंटरनेट में भी इस सिलसिले में सूचनाएं मिल रही हैं. मसलन स्पीड जॉब इंटरव्यु में कैसे सवाल किए जाते हैं. उसका नमूना कुछ इस प्रकार का हो सकता है
अपने बारे में कुछ बताइये?
क्या बताऊँ 15 मिनट में.
आपके मजबूत पक्ष कौन से हैं?
मैं हर सवाल का जवाब दे सकता हूं.
और आपकी कमजोरियां?
मैं हर बेतुके सवाल का जवाब देता हूं.
आप हमारे यहां क्यों काम करना चाहते हैं?
मेरे ख्याल से आप हर महीने तनख्वाह देंगे.
महानता की कोई मिसाल दीजिए...
माफ कीजिए, मैं अपने मुंह अपनी तारीफ नहीं करता.
लेख: उज्ज्वल भट्टाचार्य
संपादन: एन रंजन