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रूसी इलाकों पर हमला कर रहा है यूक्रेनः रूस

१५ अप्रैल २०२२

रूस ने यूक्रेन पर अपने इलाकों में हमला करने का आरोप लगाया है. इसके जवाब में बीती रात एक बार फिर कीव पर हमले हुए. दूसरी तरफ यूक्रेन के राष्ट्रपति ने 50 दिन तक हमले का सामना करने को अपने नागरिकों की बड़ी उपलब्धि माना है.

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चेर्निहीव में पड़ा रूसी टैंक का मलबा
चेर्निहीव में पड़ा रूसी टैंक का मलबातस्वीर: Igor Burdyga/DW

रूसी सैनिकों ने यूक्रेन की राजधानी कीव के पास एक मिसाइल फैक्ट्री पर हमला किया है. रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी है. मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव का कहा है कि शहर के बाहरी इलाके से 5 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में मौजूद विजार फैक्ट्री पर मिसाइल से हमला किया गया है. यूक्रेन के सूत्रों ने अब तक इस हमले की पुष्टि नहीं की है. हालांकि कीव में बीती रात कई धमाकों की आवाजें गूंजती रही. कुछ हफ्ते पहले रूसी सेना के कीव के आसपास के इलाकों से पीछे हटने के बाद पहली बार बीती रात इतने ज्यादा धमाके हुए. विजार प्लांट के बारे में बताया जा रहा है कि वहां एस 300 एयर डिफेंस सिस्टम के लिए मिसाइलें बनाई जाती रही हैं.

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रूस ने धमकी दी है कि अगर यूक्रेनी सैनिक रूसी इलाके में "तोड़फोड़ की कार्रवाई" करते हैं तो वो कीव पर हमले बढ़ा देगा. रूस का आरोप है कि रूसी जमीन पर यूक्रेन ने कुछ हमले किए हैं. इनमें बेल्गोरोद के तेल डिपो पर हुआ हमला भी शामिल है. यूक्रेन इनकी ना तो पुष्टि करता है ना ही इन्हें खारिज.

लुहांस्क के इलाके में चर्च परिसर में बनी एक नई कब्रगाह में दफ्न हुए शव
लुहांस्क के इलाके में चर्च परिसर में बनी एक नई कब्रगाह में दफ्न हुए शवतस्वीर: Marko Djurica/REUTERS

रूसी इलाके में यूक्रेन का हमला?

इसके साथ ही ब्रयांस्क इलाके के क्लिमोवो गांव में यूक्रेन के एक एमआई 8 हेलीकॉप्टर और एक सुखोई 27 जेट विमान को भी मार गिराने का दावा किया गया है. रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि उसने 30 पोलिश लड़ाकों को भी मार दिया है. रूस का कहा है कि यूक्रेन ने सीमा पार ब्रयांस्क इलाके में एक कस्बे पर बम गिराने के लिए दो हेलीकॉप्टर भेजे थे. इस हमले में रूस के सात लोग घायल हुए हैं जिनमें एक छोटा बच्चा भी है. रूस का कहना है कि कम से कम 100 रिहायशी इमारतें को इस हमले में नुकसान पहुंचा हैं. सीमावर्ती रूसी इलाके बेल्गोरोद के अधिकारियों ने भी यूक्रेन की ओर से गोलीबारी की बात कही है. यूक्रेन ने रूस के इन दावों की पुष्टि नहीं की है और हमले के आरोपों से इनकार किया है. यूक्रेन की खुफिया सेवा एसबीयू ने एक फेसबुक पोस्ट में रूस के दावों और आरोपों को झूठा बताया है. एसबीयू का कहना है कि इस हमले की योजना रूस ने यूक्रेन को उकसावा देने के लिए बनाई थी. 

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रूस का यह भी दावा है कि उसने खारकीव के पास मौजूद एज्यूम्सको गांव पर हमला कर 30 पोलिश लड़ाकों को मार दिया है. खारकीव पर हुए हमलों में अब तक कुल 503 लोगों की मौत हुई है जिनमें 24 बच्चे भी शामिल हैं. स्थानीय गवर्नर ओलेग सिनेगुवो ने यह जानकारी दी. खारकीव यूक्रेन पर हमले के शुरुआत से ही निशाना बनता रहा है और यहां काफी नुकसान हुआ है.

मारियोपोल पर हमले में ध्वस्त इमारत
मारियोपोल पर हमले में ध्वस्त इमारत तस्वीर: Alexander Ermochenko/REUTERS

रूसी सेना ने मारियोपोल में इलिच स्टील प्लांट पर भी पूरी तरह से नियंत्रण करने का दावा किया है. रूसी सेना ने मारियोपोल को कई हफ्तों से घेर रखा है और वहां लगातार गोलीबारी हो रही है. हालांकि तमाम मुश्किलों के बावजूद मारियोपोल के लोगों ने समर्पण नहीं किया है. भीषण परिस्थितियों में जिंदगी गुजार रहे लोग इस युद्ध में एक मिसाल बन गए हैं. ऐसी खबरें आ रही है कि रूसी सेना मारियोपोल पर कब्जे के लिए सैनिकों और हथियारों को संगठित कर रही है. सामरिक दृष्टि से रूस के लिए मारियोपोल का काफी ज्यादा महत्व है और यह शहर हमले के पहले दिन से ही गोलीबारी का सामना कर रहा है. 

यूक्रेन का कहना है कि रूसी हमले में शहर के पूर्वी इलाके के पांच लोग मारे गए हैं. यूक्रेनी राष्ट्रपति के कार्यालय का कहना है कि लुहांस्क के इलाके में दो लोगों की मौत हुई है और 3 लोग घायल हुए हैं जबकि डोनेत्स्क में तीन लोग मारे गए और सात लोग घायल हैं.

रूसी हमले के 50 दिन

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार को कहा कि उन्हें रूसी हमले को 50 दिन तक झेलने  के लिए गर्व महसूस होना चाहिए. देर रात वीडियो संदेश के जरिए देश को संबोधित करते हुए जेलेंस्की ने इसे उन करोड़ों यूक्रेनी लोगों में हर एक शख्स की उपलब्धि कहा जिन्होंने 24 फरवरी को अपने जीवन का सबसे अहम यानी लड़ने फैसला किया."

कीव के पास गिरा एक रॉकेट जो फटा नहीं
कीव के पास गिरा एक रॉकेट जो फटा नहींतस्वीर: Vladyslav Musiienko/REUTERS

जेलेंस्की ने यूक्रेनी लोगों के योगदान को काव्यात्मक अंदाज में बड़े विस्तार से गिनाया. जेलेंस्की ने कहा कि उन्हें हमले का पहला दिन भी याद है जब दुनिया के नेता यूक्रेन पर संदेह जता रहे थे कि वो बच पाएगा या नहीं और उन्हें देश छोड़ने की सलाह दे रहे थे. जेलेंस्की ने कहा, "लेकिन वो नहीं जानते थे कि यूक्रेनी कितने बहादुर हैं, अपने तरीके से जीने की संभावना को और आजादी को हम कितना महत्व देते हैं."

कनाडा भेज रहा है सैनिक

कनाडा पोलैंड में यूक्रेनी शरणार्थियों की देखभाल, सहयोग और पुनर्स्थापन के काम में मदद के लिए अपने सैनिक भेज रहा है. इसमें यूक्रेनी शरणार्थियों को कनाडा लाने और वहां जा कर मदद देना भी शामिल है. यूक्रेन पर हमला होने के बाद 26 लाख से ज्यादा लोग पोलैंड पहुंचे हैं. जबकी 20 लाख से ज्यादा लोग यूक्रेन के आसपास के दूसरे देशों में गए हैं.  कनाडा की रक्षा मंत्री अनीता आनंद ने कहा है कि 150 सैनिकों को पोलैंड भेजा जा रहा है. इनमें से ज्यादातर पोलैंड की सीमा पर शरणार्थियों का नाम दर्ज कराने और उनकी मदद में सहयोग करेंगे. इसके अलावा एक और दल राहत एजेंसियों के कामकाज में मदद के लिए भी जा रहा है. कनाडा ने युद्ध शुरू होने के बाद पूर्वी यूरोप में अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती की है.

हर रोज रूसी सेना के अत्याचारों के नये निशान सामने आ रहे हैं
हर रोज रूसी सेना के अत्याचारों के नये निशान सामने आ रहे हैंतस्वीर: K. Honcharov/DW

यूक्रेन में "नरसंहार"

लातविया के राष्ट्रपति एगिल्स लेवित्स ने यूक्रेन की राजधानी कीव का दौरा करने के बाद कहा है कि रूसी सैनिकों का रवैया नरसंहार करने के जैसा है. रिगा में गुरुवार को लेवित्स ने अपनी कीव यात्रा के अनुभव के बारे में बताया. पोलैंड, एस्तोनिया और लिथुआनिया के राष्ट्रप्रमुखों के साथ वह भी यूक्रेन के प्रति समर्थन जताने कीव गए थे. इन लोगों ने लड़ाई में ध्वस्त कीव के कई इलाकों का दौरा किया. यूरोपीय मानवाधिकार अदालत के जज रह चुके लेवित्स ने कहा, "मैं इसे नरसंहार कहूंगा."

अटलांटिक के दोनों तरफ के नेता यूक्रेन पर रूसी हमले को नरसंहार बताने के मामले में विभाजित हैं. कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडेव ने कहा है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन अपने शब्दों के चुनाव में बिल्कुल सही थे. बाइडेन ने रूसी राष्ट्रपति पर यूक्रेन में नरसंहार करने का आरोप लगाया है. हालांकि फ्रांस के राष्ट्रपति इमानुएल माक्रों का कहना है कि इस तरह के शब्दों के "जुबानी जंग" और तेज होगी. जर्मन चांसलर ओलाफ शॉल्त्स भी इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल करने से साफ बच रहे हैं.

एनआर/ओएसजे (एपी, डीपीए, एएफपी)

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