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यूक्रेन युद्ध का 50वां दिनः रूसी जंगी जहाज पर लगी आग

१४ अप्रैल २०२२

यूक्रेन पर रूस के हमले का आज 50वां दिन है. भारी नुकसान और तबाही झेल कर भी यूक्रेन डटा हुआ है. गुरुवार को ओडेसा में रूस के एक जंगी जहाज पर आग लग गई. यूक्रेन का साथ दे रहे यूरोपीय नेताओं का कीव पहुंचना जारी है.

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रूसी क्रूज मोस्कवा की फाइल तस्वीर
रूसी क्रूज मोस्कवा की फाइल तस्वीरतस्वीर: Alexey Pavlishak/REUTERS

यूक्रेन के ओडेसा इलाके के गवर्नर माकसिम मारशेंकों का कहना है कि सेना ने रूसी गाइडेड मिसाइल क्रूजर 'मोस्कवा' पर दो मिसाइलों से हमला किया है और इसे भारी क्षति पहुंचाई है. 'मोस्कवा' रूस के काले सागर में मौजूद बेड़े का प्रमुख जहाज है. रूसी रक्षा मंत्री ने भी इस बात की पुष्टि कर दी है कि जहाज को गंभीर नुकसान हुआ है. हालांकि यह यूक्रेन के हमले के कारण हुआ, इस बात की पुष्टि उन्होंने नहीं की.

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जहाज पर लगी आग काबू में

रूसी रक्षा मंत्रालय का कहना है कि जहाज में मौजूद गोलाबारुद में आग लग गई थी, जिसके कारण वे फट पड़े और जहाज को भारी क्षति हुई. रक्षा मंत्रालय का कहना है कि आग लगने के कारण का पता लगाया जा रहा है. जहाज पर मौजूद सभी लोगों को सुरक्षित निकाल कर आग पर काबू पा लिया गया है. जहाज अब भी तैर रहा है, डूबा नहीं है. इसे दूसरे जहाज की मदद से खींच कर बंदरगाह ले जाया जाएगा. आमतौर पर क्रूजर जहाज में 500 लोग रहते हैं. 1983 में बने इस जहाज पर 16 एंटीशिप क्रूज मिसाइल तैनात हैं. ओडेसा यूक्रेन का सबसे बड़ा बंदरगाह है.

मारियोपोल में पड़ा रूसी टैंक
मारियोपोल में पड़ा रूसी टैंकतस्वीर: Leon Klein/AA/picture alliance

रूस की सुरक्षा एजेंसी एफएसबी ने कहा है कि ब्रयांस्क के इलाके में उसके एक बॉर्डर पोस्ट पर यूक्रेन ने मोर्टार से हमला किया है. एफएसबी के मुताबिक, इस हमले में कोई जख्मी नहीं हुआ. रूसी समाचार एजेंसी तास ने खबर दी है कि मोर्टार हमले के बाद इलाके के कुछ स्कूल बंद कर दिए गए हैं.

यूक्रेन की सेना और रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में तुरंत कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. रूस ने हालिया दिनों में सीमावर्ती क्षेत्रों में कई बार हमले की खबर दी है. इनमें  रूसी तेल डिपो पर हुआ हमला भी शामिल है. रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि यूक्रेनी सैनिकों का हमला, कीव पर हमले का कारण बन सकता है. यूक्रेन से लगते रूस के चार सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. आशंका जताई जा रही है कि इन क्षेत्रों पर यूक्रेन हमला कर सकता है.

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आम लोगों का संकट

यूक्रेन के लुहांस्क और दोनेत्स्क इलाके से आम लोगों को निकालने के लिए गुरुवार को नौ मानवीय गलियारे बनाए गए हैं. यूक्रेन की उप प्रधानमंत्री इरिना वेरेशचुक ने बताया कि मारियोपोल से भी निजी गाड़ियां निकालने के लिए एक रूट तैयार किया गया है. दोनेत्स्क के पोक्रोव्स से एक ट्रेन भी आम लोगों को लेकर जाने की तैयारी में है. हालांकि यूक्रेन की सरकार का यह भी कहना है कि रूसी गोलीबारी बंद होने पर ही इन गलियारों से लोगों को बाहर निकाला जाएगा. हर रोज इस तरह के गलियारों की घोषणा तो होती है, लेकिन कम ही गलियारे वास्तव में कारगर हो पाते हैं.

रूस के कब्जे वाले मारियोपोल के इलाके में सड़क पर पड़ा शव
रूस के कब्जे वाले मारियोपोल के इलाके में सड़क पर पड़ा शवतस्वीर: picture alliance / AA

यू्क्रेन पर रूस के हमले के 50 दिनों में 47 लाख से ज्यादा यूक्रेनी देश छोड़ कर बाहर गए हैं. इनमें 90 फीसदी औरतें और बच्चे हैं. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के मुताबिक अब तक 47,36,471 यूक्रेनी देश के बाहर गए हैं. बुधवार को इस संख्या में 79,962 की बढ़ोत्तरी हुई. पूरे यूक्रेन के तकरीबन दो तिहाई बच्चे अपना घर छोड़ने पर मजबूर हुए हैं. इनमें वो बच्चे भी शामिल हैं, जो बेघर होकर यूक्रेन के भीतर ही विस्थापित हुए हैं. शरणार्थियों के अलावा तकरीन 71 लाख ऐसे लोग हैं, जो अपने देश में ही विस्थापित हो गए हैं. इनके अलावा यूक्रेन में रहने वाले दूसरे देशों के 2,15,000 लोग भी यूक्रेन छोड़ चुके हैं. इनमें कुछ छात्र हैं, तो कुछ यहीं नौकरी करते हैं.

यूक्रेन की मदद

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका से 80 करोड़ डॉलर की नई सैन्य सहायता के लिए आभार जताया है. बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने इसकी मंजूरी दी. बुधवार को देर रात के संबोधन में उन्होंने पोलैंड, एस्तोनिया, लिथुआनिया और लातविया के राष्ट्रपतियों के कीव दौरे के लिए भी आभार प्रकट किया. जेलेंस्की ने कहा, "इन नेताओं ने पहले दिन से हमारी मदद की है. ये वो लोग हैं, जो हमें ना तो हथियार देने में झिझके और ना ही प्रतिबंध लगाने में कोई शंका जताई."

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अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से टेलिफोन पर बातचीत में जेलेंस्की ने नए हथियारों की ढुलाई, रूस पर और अधिक कड़े प्रतिबंध लगाने और यूक्रेन में युद्ध अपराध के दोषी रूसी सैनिकों पर कानूनी कार्रवाई के बारे में चर्चा की है. जेलेंस्की का यह भी कहना है कि जिन इलाकों से रूसी सेना बाहर निकल गई है, वहां दसियों हजार बारूदी सुरंगें और बिना फटे हुए गोले बिखरे पड़े हैं और उन्हें हटाने का काम किया जा रहा है.

बूचा में गोलियों के टुकड़े दिखाता एक बच्चा
बूचा में गोलियों के टुकड़े दिखाता एक बच्चातस्वीर: Rodrigo Abd/AP/dpa/picture alliance

इस बीच कीव पहुंच रहे यूरोपीय नेताओं में गुरुवार को आयरलैंड के विदेशमंत्री सायमन कावेनी भी शामिल हो गए. यूक्रेन के साथ समर्थन दिखाने के लिए यूरोपीय नेता कीव का दौरा कर रहे हैं. कावेनी देश के रक्षा मंत्री भी हैं. कीव में उनकी मुलाकात यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा और रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनीकोव से होगी. आयरलैंड ने यूक्रेन को दो करोड़ यूरो की मानवीय सहायता और 3.3 करोड़ यूरो की गैर-घातक सैन्य सहायता दी है.

परमाणु हथियारों की तैनाती

रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने चेतावनी दी है कि अगर फिनलैंड और स्वीडन नाटो में शामिल होने का फैसला करते हैं, तो रूस को परमाणु हथियार बाल्टिक देशों के करीब तैनात करना होगा. मेदेवेदव रूसी सुरक्षा परिषद के डेपुटी चेयरमैन हैं और 2008 से 2012 तक रूस के राष्ट्रपति रह चुके हैं. उन्होंने टेलिग्राम पर लिखा है कि अगर ये देश नाटे से जुड़ते हैं, तो इसका मतलब होगा कि नाटो सदस्यों के साथ मिली रूस की जमीनी सीमा अभी जितनी लंबी है, उससे दोगुनी हो जाएगी. मेदवेदेव ने लिखा, "जाहिर है कि हमें इन सीमाओं पर ताकत बढ़ानी होगी. इस मामले में फिर बाल्टिक के गैर-परमाणु दर्जे पर और बात नहीं होगी. संतुलन बनाना होगा." मेदवेदेव का साफ इशारा इस तरफ था कि तब रूस को इलाके में परमाणु हथियार तैनात करने का हक मिल जाएगा.

मारियोपोल की ध्वस्त इमारतों के सामने से गुजरते आम लोग
मारियोपोल की ध्वस्त इमारतों के सामने से गुजरते आम लोगतस्वीर: REUTERS

जर्मन अधिकारियों ने हैंबर्ग में एक सुपरयॉट को जब्त कर लिया है. यह सुपरयॉट रूसी ओलिगार्क अलीशर उस्मानोव की बहन का है. संघीय अपराध पुलिस के दफ्तर ने बताया कि "गहन खोजबीन" करने के बाद यह पता चल गया है कि इसकी मालकिन गुल्बखोर इस्माइलोवा हैं, जो उस्मानोव की बहन हैं. इस सुपरयॉट पर कायमान आइलैंड का झंडा लगा है और यह माल्टा की एक होल्डिंग कंपनी में रजिस्टर्ड है. 2016 में यह सुपरयॉट लॉन्च किया गया था और इसकी कीमत 64.8 करोड़ डॉलर से ज्यादा बताई जा रही है.

एनआर/एसएम (डीपीए, एपी, रॉयटर्स)