भारत की सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध के चलते वह रूस का अपना कामकाज बंद कर रही है. कंपनी के संस्थापक नारायण मूर्ति की बेटी और ब्रिटेन के वित्त मंत्री ऋषि सूनक की पत्नी अक्षता मूर्ति के रूस संबंधों को लेकर उठे विवाद के बाद यह फैसला किया गया है. दुनियाभर की कई कंपनियों ने यूक्रेन युद्ध की शुरुआत में ही रूस से कामकाज समेट लिया था.
बुधवार को इंफोसिसने कहा कि वह वह धीरे-धीरे रूस से अपना कामकाज समेट रही है. ब्रिटिश वित्त मंत्री सूनक की पत्नी अक्षता मूर्ति के पिता ने इंफोसिस की स्थापना की थी. कंपनी में अक्षता मूर्ति की लगभग एक अरब डॉलर यानी करीब 76 अरब रुपयों की साझेदारी है.
रूस ने 'उग्रवादी' फेसबुक और इंस्टाग्राम पर प्रतिबंध लगाया
चूंकि इंफोसिस का रूस में भी कामकाज है इसलिए सूनक अपनी पत्नी द्वारा रूस से मुनाफा कमाए जाने को लेकर आलोचकों के निशाने पर हैं. उनका कहना है कि ब्रिटेन ने रूस पर आर्थिक और वित्तीय प्रतिबंध लगाए हैं और उससे संबंधों में कटौती कर ली है लेकिन देश के वित्त मंत्री अपनी पत्नी के जरिए रूस से मुनाफा पा रहे हैं.
अक्षता मूर्ति का जिक्र नहीं
यूं तो सूनक लगातार इस विवाद पर अपना और अपनी पत्नी का बचाव कर रहे थे लेकिन आखिरकार इंफोसिस ने रूस से नाता तोड़ने का फैसला कर लिया. कंपनी के प्रबंध निदेशक सलील पारिख ने बुधवार को कहा, "क्षेत्र में जो कुछ चल रहा है, उसे देखते हुए हमारा रूसी केंद्र में जो कुछ भी काम है, उसे हम रूस से बाहर स्थित अन्य केंद्रों में ले जा रहे हैं. आज हमारे पास किसी रूसी ग्राहक का कोई काम नहीं है और हम आइंदा भी रूसी ग्राहकों के साथ काम नहीं करेंगे.”
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
डायमलर ट्रक
ट्रक बनाने वाली कंपनी डायमलर ने तत्काल प्रभाव से रूस में अपना कारोबार बंद करने की घोषणा की है. इसमें रूसी ट्रक बनाने वाली कंपनी कमाज के साथ सहयोग भी शामिल है. डायमलर की पेरेंट कंपनी मर्सिडीज का कहना है कि वह कमाज में अपनी 15 फीसदी हिस्सेदारी को जितनी जल्दी हो सके बेचना चाहती है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
वॉल्वो कार
स्वीडन की कार कंपनी वॉल्वो का कहना है कि वह रुसी बाजार में अपनी कारें भेजना अगली सूचना जारी किए जाने तक रोक रही है. 2021 में वॉल्वो कंपनी ने रूसी बाजार में कुल 9,000 कारें बेची है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
जनरल मोटर्स
जनरल मोटर्स ने भी रूस को अगली सूचना तक गाड़ियों की सप्लाई रोकने का एलान किया है. अमेरिका के डेट्रॉयट की इस कंपनी का रूस में कोई प्लांट नहीं है. हर साल यह कंपनी रूस में लगभग 3,000 कारें बेचती है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
मित्सुबीशी
जापान की मित्सुबिशी मोटर्स भी रूस में कारों का उत्पादन और बिक्री बंद कर सकती है. कंपनी को डर है कि आर्थिक प्रतिबंधों के कारण कंपनी के सप्लाई चेन में बाधा आ सकती है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
रेनॉ
फ्रांस की कार कंपनी रेनॉ रूस के कार असेंबली प्लांट में कुछ गतिविधियां बंद करने जा रही है. इसके पीछे मुख्य तौर पर लॉजिस्टिक दिक्कतों को वजह बताया जा रहा है. रेनॉ पश्चिमी देशों की उन कंपनियों में है जिस पर प्रतिबंधों का बहुत ज्यादा असर होने की आशंका है. कंपनी की 8 फीसदी कमाई रूस से होती है और रूस की सबसे बड़ी कार कंपनी अवटोवाज का नियंत्रण भी रेनॉ के पास है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
हार्ले डेविडसन
मोटरसाइकिल बनाने वाली अमेरिकी कंपनी हार्ले डेविडसन ने रूस में अपना कारोबार बंद कर दिया है. कंपनी अपनी मोटरबाइकों की अगली खेप भी रूस नहीं भेज रही है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
फोर्ड मोटर्स
फोर्ड मोटर्स ने रूसी कंपनी के सोलर्स के साथ अपने संयुक्त उपक्रम को बंद करने का फैसला किया है. कंपनी ने रूस में अपना सारा कामकाज अगली सूचना तक बंद करने का एलान किया है. फोर्ड पहली अंतरराष्ट्रीय कार कंपनी है जिसने रूस में अपनी असेंबली लाइन शुरू की थी.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
जगुआर लैंड रोवर
ब्रिटेन की लग्जरी कार कंपनी जगुआर लैंड रोवर ने रूस में कार भेजना तत्काल प्रभाव से रोक दिया है. इस कंपनी का नियंत्रण भारत की टाटा मोटर्स के पास है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
एस्टन मार्टिन
ब्रिटेन की एक और लग्जरी कार कंपनी एस्टन मार्टिन ने भी रूस के लिए कारों की सप्लाई बंद कर दी है. कंपनी के कुल कामकाज का महज एक फीसदी से भी कम बाजार रूस और यूक्रेन में है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
बीएमडब्ल्यू
जर्मन ऑटो कंपनी बीएमडब्ल्यू ने भी रूस में अपनी कारें भेजने से इनकार कर दिया है. कंपनी रूस में मौजूद अपने प्लांट से उत्पादन भी बंद कर रही है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
बोइंग
विमान बनाने वाली अमेरिकी कंपनी बोइंग ने कहा है कि वह रूसी एयरलाइनों को नए विमानों की डिलीवरी, लीजिंग के साथ ही पार्ट्स, मेंटेनेंस और टेक्निकल सपोर्ट बंद कर रही है. कंपनी ने कीव में अपना दफ्तर भी फिलहाल बंद कर दिया है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
एयरकैप होल्डिंग
दुनिया में लीज पर विमान देने वाली सबसे बड़ी कंपनी एअरकैप होल्डिंग ने रूसी एयरलाइनों के लिए लीजिंग की सभी गतिविधियां बंद करने एलान किया है. रूस की एयरलाइनों के आधे से ज्यादा विमान लीज पर लिए गए हैं. 2021 में एयरकैप होल्डिंग के 5 फीसदी विमान रुस में लीज पर थे.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
एचएसबीसी
अंतरराष्ट्रीय बैंक एचएसबीसी ने कहा है कि वह रूसी बैंकों के साथ अपना कारोबारी रिश्ता खत्म कर रही है. रूस के दूसरे सबसे बड़े बैंक वीटीबी समेत कई और बैंक एचएसबीसी के साथ साझेदारी में हैं. हालांकि कंपनी के महज 200 कर्मचारी ही रूस में हैं और 50 अरब डॉलर का कारोबार करने वाली कंपनी में रूस की हिस्सेदारी महज 1.5 करोड़ डॉलर है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
ब्रिटिश पेट्रोलियम
ब्रिटिश पेट्रोलियम ने रूसी तेल कंपनी रोजनेफ्ट में अपनी 19.75 फीसदी हिस्सेदारी को खत्म करने का फैसला किया है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
शेल
अमेरिकी पेट्रोलियम कंपनी शेल ने रूस के कारोबार से बाहर निकलने का एलान किया है. इसमें सखालिन 2 एलएनजी प्लांट भी शामिल है. इसमें शेल की 27.5 फीसदी की हिस्सेदारी है जबकि रूसी कंपनी गाजप्रोम इसके संचालन और मालिकाना हक में 50 फीसदी की हिस्सेदार है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
इक्विनॉर
नॉर्वे की ऊर्जा कंपनी इक्विनॉर भी रूस के संयुक्त उपक्रमों से बाहर निकल रही है. यह कंपनी रूस में 30 से ज्यादा सालों से मौजूद है और 2012 में इसने रोजनेफ्ट के साथ व्यापक साझीदारी की शुरूआत की थी. तस्नवीर में इक्विनॉर का फ्लोटिंग विंड फार्म दिख रहा है जो अपनी तरह का पहला विंड फार्म है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
ओर्सटेड
डेनमार्क की ओर्सटेड कंपनी ने रूस के बिजली घरों के लिए कोयला और बायोमास की सप्लाई बंद करने का एलान किया है. हालांकि कंपनी गाजप्रोम से हर साल दो अरब क्यूबिक मीटर प्राकृतिक गैस खरीदना जारी रखेगी. गैस की खरीदारी के लिए कंपनियों के बीच लंबे समय का करार है. तस्वीर में दिख रहे विंड फार्म का संचालन ओर्स्टेड कंपनी करती है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
एक्सॉन मोबिल
एक्सॉन मोबिल ने रूस के तेल और गैस सेक्टर में अपना कामकाज बंद करने का एलान किया है. इस समय इस कंपनी की रूसी बाजार में 4 अरब डॉलर कीमत बताई जा रही है. कंपनी रूस में अब नया निवेश नहीं करेगी.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
ईएनआई
इटली की ऊर्जा कंपनी ईएनआई ने ब्लू स्ट्रीम पाइपलाइन में अपनी हिस्सेदारी बेचने जा रही है. यह पाइपलाइन रूसी गैस को तुर्की तक पहुंचाने के लिए बनाई गई है और इसमें रूसी कंपनी गाजप्रोम की भी हिस्सेदारी है. 2020 में ईएनआई ने रूस से लगभग 22.5 अरब क्यूबिक मीटर गैस खरीदा.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
ओएमवी
ऑस्ट्रिया की ऊर्जा कंपनियों के समूह ओएमवी ने गाजप्रोम के गैस फील्ट प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी खरीदने की योजना रद्द कर दी है और नॉर्ड स्ट्रीम गैस पाइपलाइन में अपनी भूमिका पर फिर से विचार कर रही है. यह पाइपलाइन बाल्टिक सागर से रूसी गैस जर्मनी तक लाने के लिए बनाई गई और इसकी सप्लाई शुरू करने से जर्मनी ने पहले ही इनकार कर दिया है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
हॉलीवुड
हॉलीवुड की डिज्नी, वॉर्नर ब्रदर्स और सोनी पिक्चर्स एंटरटेनमेंट ने कहा है कि वे अपनी आने वाली फिल्मों को रूस के थिएटरों में नहीं दिखाएगे.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
यूपीएस, फेडेक्स, डीएचएल
दुनिया में माल ढुलाई की दो सबसे बड़ी कंपनियां यूपीएस और फेडेक्स ने कहा है कि वे रूस और यूक्रेन में माल की डिलीवरी रोक रहे हैं. जर्मन डाक कंपनी डॉएचे पोस्ट ने कहा है कि डीएचएल रूस में डाक और पार्सल की डिलीवरी बंद कर रहा है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
कुएह्ने उंड नागेल
स्विटजरलैंड की माल ढुलाई कंपनी कुएह्ने उंड नागेल ने तत्काल प्रभाव से रूस में माल की ढुलाई अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी है. इसमें मेडिकल, हेल्थकेयर और मानवीय सहायता की चीजों को शामिल नहीं किया गया है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
एप्पल
टेक कंपनी एप्पल ने रूस के बाजार में अपने सारे सामानों की बिक्री रोकने का फैसला किया है. कंपनी यूक्रेन के आम लोगों की मदद के लिए अपने मैप में भी बदलाव कर रही है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
गूगल
अल्फाबेट की कंपनी गूगल का कहना है कि वह रूसी ब्रॉडकास्टर आरटी और स्पुतनिक से जुड़े मोबाइल ऐप को ब्लॉक कर रही है. कंपनी ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनियों को पहले ही समाचार से जुड़ी सेवाओं से हटा दिया है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
माइक्रोसॉफ्ट
माइक्रोसॉफ्ट ने रूस की सरकारी मीडिया कंपनी आरटी के ऐप को विंडोज ऐप स्टोर से हटा दिया है और सरकारी मीडिया कंपनियों के विज्ञापन पर प्रतिबंध लगा दिया है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
नोकिया
फिनलैंड की कंपनी नोकिया ने प्रतिबंधों को लागू करते हुए रूस में सप्लाई बंद करने का एलान किया है. कंपनी रूस के एमटीएस, विंपलकॉम, मेगाफोन और टेली2 को सामान की सप्लाई करती है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
एडीडास
खेल के कपड़े और जूते बनाने वाली प्रमुख कंपनी एडीडास ने रूस के फुटबॉल संघ के साथ अपनी साझेदारी तुरंत प्रभाव से खत्म कर दी है.
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रूस से बाहर निकलने की होड़ मची है कंपनियों में
नाइकी
नाइकी ने वेबसाइट और ऐप के जरिए होने वाले अपने सामानों की खरीदारी रूस में बंद कर दी है क्योंकि रूस में यह डिलीवरी की जिम्मेदारी फिलहाल नहीं ले सकती है.
पारिख ने कहा कि कंपनी यूक्रेन के हालात को लेकर बेहद चिंतित है और मानवीय मदद के लिए दस लाख डॉलर यानी लगभग 7.6 करोड़ रुपये की राहत राशि दान कर चुकी है. हालांकि उन्होंने इस बात की पुष्टि नहीं की कि इस फैसले में अक्षता मूर्ति को लेकर उठे विवाद की कितनी भूमिका है. उन्होंने कहा, "किसी शेयरधारक विशेष के बारे में हम कोई टिप्पणी नहीं करना चाहते.”
कौन हैं अक्षता मूर्ति?
लंदन में रहने वालीं अक्षता मूर्ति खुद भी एक उद्योगपति हैं. अक्सर मीडिया में उन्हें ‘महारानी से भी धनी' बताया जाता है. अपने पिता नारायण मूर्ति की 1981 में स्थापति कंपनी इंफोसिस में उनकी हिस्सेदारी मात्र 0.9 प्रतिशत की है लेकिन 42 वर्षीय मूर्ति को पिछले साल 1.16 करोड़ पाउंड यानी एक अरब रुपये से ज्यादा का लाभांश मिला था. लेकिन वह ब्रिटिश टैक्स पेयर नहीं हैं इसलिए उनकी आय पर कर ब्रिटेन में नहीं लिया जाता.
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रूस में किसके, कितने अरब डॉलर फंसे
बैंकों के 120 अरब डॉलर
बैंक ऑफ इंटरनेशनल सेंटलमेंट डाटा के मुताबिक रूस में विदेशी बैंकों के 120 अरब डॉलर फंसे हैं. सबसे ज्यादा रकम इटली और फ्रांस के बैंकों की है, करीबन 25 अरब डालर. दूसरे नंबर पर अमेरिकी बैंक हैं, जिनके 14.7 अरब डॉलर रूस में लगे हैं. अमेरिका के सिटी बैंक के मुताबिक रूस में उसके 10 अरब डॉलर लगे हैं.
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रूस में किसके, कितने अरब डॉलर फंसे
कर्ज से जुड़े 79 अरब डॉलर
जेपीएम एनालिस्ट्स के मुताबिक रूसी ऋण प्रतिभूतियों (डेट सिक्योरिटीज) में 79 अरब डॉलर का विदेशी निवेश है. रूसी कंपनियों या सरकार को दिए गए इस कर्ज के बदले निवेशकों ने बॉन्ड्स या डिबेंचर खरीदे. उम्मीद थी कि कर्ज पर मिलने वाले ब्याज से लगातार फायदा मिलता रहेगा.
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रूस में किसके, कितने अरब डॉलर फंसे
बीपी के 25 अरब डॉलर
ब्रिटेन की मल्टीनेशनल तेल और गैस कंपनी बीपी ने रूसी तेल कंपनी रोजनेफ्ट में अपनी हिस्सेदारी बेचने का एलान किया है. बीपी के तेल और गैस भंडार का करीब 50 फीसदी रिजर्व रोजनेफ्ट के पास है. ब्रिटिश कंपनी के मुताबिक रोजनेफ्ट के साथ साझेदारी तोड़ने से उसके 25 अरब डॉलर रिस्क में हैं.
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रूस में किसके, कितने अरब डॉलर फंसे
एक्सोन मोबिल के 4 अरब डॉलर
अमेरिका की बहुराष्ट्रीय तेल और गैस कंपनी एक्सोन मोबिल ने रूस में अपना कारोबार समेटने का एलान किया है. कंपनी का कहना है कि इस फैसले के कारण उसे 4 अरब डॉलर से ज्यादा की संपत्ति छोड़नी पड़ सकती है.
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रूस में किसके, कितने अरब डॉलर फंसे
शेल, 3 अरब डॉलर
ब्रिटिश तेल और गैस कंपनी शेल भी रूस में कामकाज समेटने की घोषणा कर चुकी है. शेल के मुताबिक रूस में उसकी अस्थायी संपत्तियों की कीमत तीन अरब डॉलर है.
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रूस में किसके, कितने अरब डॉलर फंसे
एसडब्ल्यूएफ, 3 अरब डॉलर
नॉर्वे का संघीय वेल्थ फंड (एसडब्ल्यूएफ) दुनिया का सबसे अमीर फंड है. रूसी तेल कंपनियों, बैंकों और गैस कंपनियों में एसडब्ल्यूएफ के तीन अरब डॉलर लगे हैं.
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रूस में किसके, कितने अरब डॉलर फंसे
CALSTRS के 17.15 करोड़ डॉलर
कैलिफोर्निया स्टेट टीचर्स रिटायरमेंट सिस्टम, अमेरिका का दूसरा बड़ा पेंशन फंड है. बुधवार को फंड ने बयान जारी करते हुए कहा कि फरवरी अंत तक रूस में उसकी होल्डिंग 17.15 करोड़ डॉलर थी. अमेरिका के एक और सरकारी पेंशन फंड के भी 90 करोड़ डॉलर रूस में लगे हैं.
रिपोर्ट: ओंकार सिंह जनौटी
ऐसा 1956 में भारत और ब्रिटेन के बीच हुई कर संधि के चलते हैं, जिसमें भारतीयों को दोहरे कर से बचाने के लिए प्रावधान किए गए हैं. हालांकि कानूनी तौर पर अक्षता मूर्ति अपनी जगह एकदम सही हैं लेकिन ब्रिटेन में लोग इसलिए उनकी आलोचना कर रहे हैं कि उनके पति देश के वित्त मंत्री हैं और उनकी एक ऐसी कंपनी में हिस्सेदारी है, जो रूस से मुनाफा कमा रही है.
रूस के बाजार में चीनी कंपनियों का माल कब तक बिकेगा
हाल ही में बीबीसी ने लिखा कि मूर्ति अगर यूके की नागरिक होतीं तो लाभांश से आय पर 39.5 प्रतिशत कर देतीं. भारतीय नागरिक होने के नाते वह सिर्फ 20 प्रतिशत तक टैक्स देने की हकदार होंगी. बीबीसी का कहना है कि यूके की नागरिक ना होने के कारण मूर्ति हर साल 21 लाख पाउंड यानी करीब दो करोड़ रुपये की बचत कर रही हैं. विवाद को ठंडा करने के लिए मूर्ति ने हाल ही में कहा कि वह इस साल से अपनी अंतरराष्ट्रीय आय पर ब्रिटेन में ही कर देंगी.
रिपोर्टः विवेक कुमार (रॉयटर्स)