मेक्सिको की नई रेल परियोजना
२४ अगस्त २०१८मेक्सिको के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति आंद्रेस मानुएल लोपेस ओब्राडोर प्रसिद्ध आमलो आगामी पहली दिसंबर को अपना पद संभालेंगे. लेकिन उन्होंने जीत के दिन से ही राजनीतिक एजेंडे को लागू करना शुरू कर दिया है. कुछ दिन पहले उन्होंने अपनी भावी सरकार की पहली बड़ी परियोजना की घोषणा की है. 1500 किलोमीटर लंबी ट्रेन माया नाम की रेल लाइन परियोजना का मकसद दक्षिण पूर्व के पिछड़े इलाके को विकिसत करना. विकास के मोटर के रूप में सामान और पर्यटकों की आवाजाही बढ़ाना. इस रेल लाइन पर कानकुन, पालेंक और चिचेन जैसे मेक्सिको के कुछ विख्यात टूरिस्ट स्पॉट भी होंगे.
करीब 6 से 8 अरब अमेरिकी डॉलर की यह परियोजना चार साल में पूरी होगी और इसका तीन चौथाई खर्च गैरसरकारी स्रोतों से आएगा. परियोजना की घोषणा करते हुए भावी राष्ट्रपति आमलो ने कहा, "इस परियोजना को पूरा करने के लिए पर्यटन से होने वाली आय का इस्तेमाल किया जाएगा." लेकिन ये आय सालाना सिर्फ 36.70 करोड़ डॉलर है. इसलिए गैरसरकरी उद्यमों के साथ मिलकर एक नई कंपनी बनाई जाएगी.
कहां से आएगा धन
मेक्सिको का पर्यटन उद्योग दिलचस्पी दिखा रहा है, लेकिन परियोजना की आलोचना भी कर रहा है. पर्यटन संघों की आलोचना इस बात से है कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस समय इस्तेमाल हो रहे संसाधनों का रेल लाइन के लिए इस्तेमाल हो. इसके बदले उन्होंने परियोजना को शेयर बाजार में लाने, विदेशी निवेश या पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का समर्थन कर रहे हैं. इसके अलावा इस बात का भी डर है कि जमीन की मिल्कियत पर झगड़ा या पर्यावरण संरक्षण से संबंधित विवाद परियोजना को खटाई में डाल सकते हैं.
ट्रेन माया युकातान प्रायद्वीप की पहली बड़ी रेल परियोजना नहीं है. 2012 में भी उस समय सत्ता में आए एनरिके पेन्या नीतो की सरकार ने क्विंताना रू और युकातान में 278 किलो मीटर लंबी रेललाइन बनाने की परियोजना की घोषणा की थी. लेकिन इस विचार को बजट की मुश्किलों के कारण टाल दिया गया. यही हाल मेक्सिको सिटी और कुएरेतारो के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना का हुआ जिसकी वजह से चीन के साथ तल्खी भी पैदा हो गई थी.
प्रगति का प्रतीक
2014 के अंत में राष्ट्रपति पेन्या नीतो ने एक अभूतपूर्व फैसला लेते हुए चीनी कंपनियों को दिया गया अरबों का ऑर्डर रद्द कर दिया. ठेका देने में संभावित हितों का टकराव सार्वजनिक हो गया था. सरकार ने एक और निविदा जारी करने की घोषणा की लेकिन ऐसा नहीं हुआ. मेक्सिको की क्रांति और देश की प्रगति का प्रतीक मेक्सिको का रेल नेटवर्क 1995 में निजीकरण के बाद से पूरी तरह गायब हो गया है. पेन्या नीतो की सरकार रेल नेटवर्क को फिर से जीवित करना चाहती थी, लेकिन पूरी तरह नाकाम रही.
लेकिन इससे आमलो को कोई फर्क नहीं पड़ता वो अपनी ओर से नई रेल परियोजना को अपनी सरकार की पहली बड़ी संरचना परियोजना बनाना चाहते हैं. इस बीच एक दूसरी परियोजना विफल होने की कगार पर है. स्टार आर्किटेक्ट नॉर्मन फोस्टर का डिजाइन किया हुआ मेक्सिको का हवाई अड्डा. शहर के पूर्वोत्तर में स्थित यह परियोजना सरकार की महात्वाकांक्षी परियोजना थी. आमलो ने तीन चौथाई पूरी हो चुकी 13 अरब डॉलर की परियोजना को चुनाव प्रचार के दौरान "भ्रष्टाचार का प्रतीक" बताया था
विवादित परियोजना पर सर्वेक्षण
भावी राष्ट्रपति को इसकी ऊंची कीमत, उसकी जगह और ठेका देने में हुई अनियमितताओं पर आपत्ति है तो इलाके के लोगों को पर्यावरण पर होने वाले असर से. हवाई अड्डे के निर्माण को रोकने की आमलो की घोषणा पर बड़ी बहस छिड़ गई थी. बाद में आमलो ने वादा किया कि वे ठेकों की जांच करेंगे और उसके बाद फैसला लेंगे. वैकल्पिक जगहों के रूप में टेक्सकोको और सैंटा लूसिया का नाम लिया जा रहा है.
दोनों ही जगहों के लिए तकनीकी तथ्य ऐसे हैं जो उनके पक्ष में जाते हैं और उनके खिलाफ भी. इंजीनियर और सामाजिक संगठन आने वाले हफ्तों में भावी राष्ट्रपति की टीम को अपनी राय देंगे. उसके बाद अक्टूबर के अंत में एक जनमत संग्रह में लोग निर्माण को रोकने और वैकल्पिक जगहों पर निर्माण शुरू करने पर आखिरी फैसला करेंगे. भारी बहुमत से निर्वाचित राष्ट्रपति ने देश की जनता से "इस जटिल मामले के समाधान में मदद की अपील की है."