1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

मेक्सिको को मिला वामपंथी राष्ट्रपति

२ जुलाई २०१८

दुनिया भर में जहां दक्षिणपंथी पार्टियों की लोकप्रियता बढ़ रही है, वहीं मेक्सिको में वामपंथी उम्मीदवार राष्ट्रपति चुना जा रहा है. खुद को अकड़ू कहने वाले आंद्रेस मानुएल लोपेज ओब्राडोर अब देश के राष्ट्रपति होंगे.

https://p.dw.com/p/30fCC
Mexiko Präsidentschaftswahl Kandidat Andres Manuel Lopez Obrador
तस्वीर: Reuters/E. Garrido

किसी को अकड़ू कहा जाए, तो हो सकता कि उस व्यक्ति को बुरा लग जाए लेकिन मेक्सिको के अनुभवी वामपंथी नेता आंद्रेस मानुएल लोपेज ओब्राडोर हमेशा ही इसे अपनी तारीफ समझते रहे हैं. अपने इसी रुख के साथ ओब्राडोर ने देश में हुए राष्ट्रपति चुनावों में जीत दर्ज कर ली है. चुनाव नतीजे साफ होने के बाद उन्होंने कहा, "मैं भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए इसी अकड़, पागलपन, प्रतिबद्धता और कठोर रूप से बतौर राष्ट्रपति काम करुंगा."

ओब्राडोर मेक्सिको की वामपंथी पार्टी नेशनल रिजेनरेशन मूवमेंट पार्टी का बड़ा चेहरा हैं. 1933 के बाद से देश में हुए संवैधानिक बदलावों के बाद से ओब्राडोर देश के पहले वामपंथी राष्ट्रपति होंगे. अब तक देश में इंस्टीट्यूशनल रेवॉल्यूश्नरी पार्टी (पीआरआई) या नेशनल एक्शन पार्टी (पीएएन) का ही शासन रहा है. इससे पहले दो बार ओब्राडोर राष्ट्रपति की रेस में उपविजेता रह चुके हैं.

मेक्सिको ने बनाया हत्याओं का रिकॉर्ड

ओब्राडोर स्वयं कहते आए हैं कि वे एक अकड़ू इंसान हैं. जनता के बीच "एएमएलओ" के नाम से मशहूर ओब्राडोर अपने चुनाव अभियान में बदलाव और क्रांति लाने की बात कहते रहे, जो इस साल मेक्सिको का बड़ा चुनावी मुद्दा रहा. 64 वर्षीय ओब्राडोर के आलोचक जहां उनके खिलाफ बोलते नहीं थकते, तो वहीं इनसे प्यार करने वालों की जमात भी बड़ी लंबी है. ओब्राडोर पर रूस के साथ संबंधों के आरोप भी लगते रहे हैं, लेकिन वह इससे इनकार करते आए हैं.

मेक्सिकी लेखक और ओब्राडोर के प्रबल समर्थक पाको इग्नासिओ ताइबो ओब्राडोर का जिक्र होने पर कहते हैं, "हम ऐसे व्यक्ति के बारे में बात कर रहे हैं जिसका सबसे बड़ा गुण उसकी दृढ़ता है." ओब्राडोर ने चुनाव में मिली इस जीत के बाद अपने समर्थकों से कहा, "मैं उन लोगों का सम्मान करता हूं जिन्होंने मतदान किया था और विभिन्न संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों के लिए भी, जिससे आज हमारी जीत तय हुई है."बच्चों को सीमा पर बंदी बनाता अमेरिका

ओब्राडोर के सामने अमेरिका पर वित्तीय निर्भरता कम करने की सबसे बड़ी चुनौती रहेगी. इसके साथ ही ड्रग्स के खिलाफ जो अभियान पिछली सरकार ने छेड़ा था, उसे भी नई सरकार को आगे बढ़ाना होगा. चुनावी अभियान के दौरान उन्होंने कहा था कि अगर वह जीत गए तो राष्ट्रपति के वेतन में कटौती कर उसे आधा कर देंगे. साथ ही राष्ट्रपति आवास के बजाय अपने घर में रहेंगे और राष्ट्रपति का जेट विमान भी बेच देंगे.

हालांकि ओब्राडोर की जीत से मेक्सिको के कारोबारी घराने जरूर परेशान हो सकते हैं. आलोचक चेतावनी देते रहे हैं कि हो सकता है कि ओब्राडोर मेक्सिको में वेनेजुएला जैसी समाजवादी नीतियां लागू करने की तरफ बढ़ें. लेकिन इस डर को खत्म करने के लिए ओब्राडोर ने कारोबार-फ्रेंडली सलाहकारों की एक टीम भी नियुक्त की.

एए/आईबी (एएफपी, डीपीए)