जंगलों की आग में राख होते सपने
२३ अक्टूबर २०१३अभी तक आग के कारण एक ही व्यक्ति की मौत हुई है लेकिन एनएसडबल्यू रुरल फायर सर्विस के आयुक्त शेन फिट्जसिमोन्स ने चेतावनी दी है कि और घरों और जान को खतरा है. अभी 57 जगह आग लगी हुई है जिसमें से 17 नियंत्रण से बाहर हैं. फायर सर्विस के आयुक्त ने कहा कि ब्लू माउंटेंस में लिथगो और माउंट विक्टोरिया में लगी आग को जानबूझ कर मिलाया गया है. आग के किनारों को मिलाया गया है, ताकि फायरब्रेक पैदा किए जा सकें और आग के रास्ते पर नियंत्रण किया जा सके.
दिसंबर से फरवरी तक गर्मियों के दिन में ऑस्ट्रेलिया में अक्सर आग लगती है. लेकिन इस बार अक्टूबर में ही भारी सूखे और तेज गर्मी ने हालत खराब कर दी. 1968 में जंगलों में लगी आग के कारण 123 घर खाक हो गए थे और तीन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. 10 साल बाद बड़ी आग में 49 घर जल गए. 2006 में एक महीने तक आग जलती रही. ब्लू माउंटेंस में अब तक 1,10,000 हेक्टेयर जंगल जल चुका है.
एमू के मैदान में रहने वाले आर्थर पैटरसन को आसमान में आग के गोले दिखाई दे रहे हैं, जो गम ट्री के फटने के कारण बने हैं. वो कहते हैं, "अगर आपका बीमा है तो ठीक है. लोगों को खतरे का पता है." बीमा कंपनियों का दावा है कि पांच करो़ड़ ऑस्ट्रेलियाई डॉलर के दावे उन लोगों के होते हैं जिनके घर या तो आग के कारण जल गए हैं या फिर बुरी तरह टूट गए हैं.
पांच साल पहले केन क्लार्कसन की शादी हुई थी और तब वह खूबसूरत ब्लू माउंटेंस में पेड़ लगाने से पहले दो बार सोचते थे. ब्लू माउंटेंस सिडनी से 70 किलोमीटर पश्चिम में हैं. क्लार्कसन कहते हैं, "सबसे अहम बिंदू था कि हर 10 या 15 साल में आप जंगलों की आग में अपना घर खो सकते हैं. हम इसे नहीं झेल सकते थे. इसलिए हम वेरिंगटन में रहने चले गए. यह भी पहाड़ों से नजदीक ही है लेकिन पहाड़ों में नहीं है.
स्थानीय लोग इस बात से इनकार करते हैं कि उन्होंने जोखिम में रहना चुना है. वे कहते हैं कि 10 साल पहले साफ सुथरे कैनबरा में एक पाइन प्लांटेशन में आग लगने के कारण 10 घंटे में 500 घर जल के खाक हो गए. एमू के मैदान में एक फार्मेसी काम करने वाली सूसन राइट कहती हैं कि जंगलों की आग उनके जीवन का एक हिस्सा है. "मैं दवा की पर्चियां देने जा रही थी, कि रास्ते में हमें रुकना पड़ा, जब तक खतरा पार न हो जाए."
ब्लू माउंटेंस में रहने वाले कई लोगों को घर बनाने की आदत है, काफी लोगों ने अपने घर कई बार बनाए हैं.
एएम/एनआर (एएफपी, डीपीए)