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मानवाधिकारब्रिटेन

असांज के अमेरिका प्रत्यर्पण को हरी झंडी

२० अप्रैल २०२२

ब्रिटेन की एक अदालत ने जूलियान असांज के अमेरिका प्रत्यर्पण को हरी झंडी दे कर अंतिम फैसला सरकार पर छोड़ दिया है. अब इस पर ब्रिटेन की गृह मंत्री को फैसला लेना है. असांज के पास उसके बाद भी अपील के कई रास्ते उपलब्ध होंगे.

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Großbritannien | Gericht entscheidet über Auslieferung von Assange an die USA
तस्वीर: Frank Augstein/AP Photo/picture alliance

वेस्टमिंस्टर मैजिस्ट्रेटस कोर्ट में एक जज ने एक संक्षिप्त सुनवाई के बाद यह फैसला दिया. असांज लंदन की बेलमार्श जेल से वीडियो लिंक के जरिए सुनवाई देख रहे थे. अब ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल यह फैसला लेंगी कि उन्हें प्रत्यर्पित किया जाना चाहिए या नहीं.

अमेरिका ने असांज के प्रत्यर्पण की मांग की है ताकि उन पर जासूसी के आरोपों के तहत 17 मामलों और कंप्यूटर के दुरुपयोग के आरोप के तहत एक मामले में मुकदमा चलाया जा सके. 50 वर्ष के हो चुके असांज के खिलाफ ये मामले एक दशक से भी ज्यादा पुराने हैं.

(पढ़ें: क्या है विकीलीक्स और क्यों जूलियान असांज के पीछे पड़ा है अमेरिका?)

असांज के खिलाफ आरोप

अमेरिका के अभियोजनकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने ने गैर कानूनी तरह से अमेरिकी सेना के इंटेलिजेंस ऐनालिस्ट चेल्सी मैनिंग की गोपनीय कूटनीतिक केबल और सैन्य फाइलें चुराने में मदद की. इन केबलों और फाइलों को बाद में विकीलीक्स ने छाप दिया था.

लंदन
लंदन में अगस्त 2021 में ब्रिटेन के हाई कोर्ट के बाहर असांज के लिए प्रदर्शनतस्वीर: Ming Yeung/Getty Images

असांज के समर्थकों और वकीलों का कहना है कि उन्होंने एक पत्रकार की तरह काम किया और इसलिए अमेरिका के फर्स्ट अमेंडमेंट के तहत उनकी अभिव्यक्ति की आजादी को संरक्षण मिलना चाहिए.

(पढ़ें: 60 डॉक्टरों ने लिखा खत, असांज की हालत नाजुक)

उनका कहना है कि असांज ने ऐसे दस्तावेज छापे थे जिन्होंने इराक और अफगानिस्तान में अमेरिका के दुराचार को उजागर किया था और उनके खिलाफ ये मामले राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं.

कर सकते हैं अपील

ब्रिटेन की एक निचली अदालत पहले ही उनके प्रत्यर्पण की अनुमति दे चुकी है. पिछले महीने ब्रिटेन के सुप्रीम कोर्ट ने इस अदालत के फैसले को चुनौती देने की असांज की अपील को ठुकरा दिया था.

लंदन
लंदन में जनवरी 2022 में मीडिया से बात करतीं असांज की पार्टनर स्टेला मॉरिसतस्वीर: Peter Nicholls/REUTERS

हालांकि असांज के पास कुछ कानूनी विकल्प अभी भी मौजूद हैं. उनके वकीलों के पास गृह मंत्री पटेल को निवेदन देने के लिए चार हफ्तों का वक्त है. वो हाई कोर्ट में अपील करने की अपील भी कर सकते हैं.

(पढ़ें: क्या अमेरिका जूलियान असांज के प्रत्यर्पण में सफल हो पाएगा?)

उनके वकील मार्क समर्स ने अदालत को बताया कि उनकी टीम के पास देने के लिए "गंभीर निवेदन" हैं. असांज के वकील यह भी कह चुके हैं कि अमेरिका की जेलों में उनके साथ सख्त बर्ताव किया जा सकता है जिसे उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को खतरा है.

175 साल कारावास

इसके बाद अमेरिकी अधिकारियों ने भरोसा दिलाया था कि उनके साथ ऐसा बर्ताव नहीं किया जाएगा. असांज के वकीलों का कहना है कि अगर वो अमेरिका में दोषी पाए गए तो उन्हें 175 साल तक की कारावास की सजा सुनाई जा सकती है. अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि उनकी सजा इससे काफी कम होने की संभावना है.

लंदन
लंदन में मार्च 2022 में जेल में ही असांज के साथ शादी करने से ठीक पहले स्टेला मॉरिसतस्वीर: Matt Dunham/AP Photo/picture alliance

असांज को 2019 में एक अलग कानूनी लड़ाई में जमानत लांघने के लिए गिरफ्तार किया गया था. वो तब से बेलमार्श जेल में हैं. उससे पहले उन्होंने स्वीडन प्रत्यर्पित कर दिए जाने से बचने के लिए सात साल लंदन में इक्वेडोर के दूतावास में बिताए थे.

(पढ़ें: असांज को इक्वाडोर ने अपने दूतावास से क्यों निकाला?)

स्वीडन में उनके खिलाफ बलात्कार और यौन हिंसा के मामले दर्ज थे, जिन्हें नवंबर 2019 में खारिज कर दिया गया. पिछले महीने ही असांज ने जेल में ही आयोजित किए गए एक समारोह में अपनी पार्टनर स्टेला मॉरिस से शादी की. 

सीके/एए (एपी, एएफपी)

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