हैती त्रासदी की बरसी आज
१२ जनवरी २०११रिक्टर पैमाने पर सात तीव्रता वाले भूकंप ने 2,30,000 लोगों और उनके सपनों को पल भर में हमेशा के लिए खत्म कर दिया. 3,00,000 लोग जख्मी हुए. एक झटके में अनाथ हो गए बच्चों की तो गिनती अभी तक चल रही है. 15 लाख लोग बेघर हो गए. यह आपदा मानव इतिहास की सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक है, यह हैती है.
भूंकप के बाद अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के कई देशों ने हैती को पूरी मदद देने का भरोसा दिया. हजारों राहत और बचाव कर्मी वहां पहुंचे. लेकिन साल भर बाद पीड़ितों का दर्द जस का तस है. लाखों लोग फटे हुए टैंट और खंडहरों को अपना घर बना चुके हैं. कइयों में जीने की कोई लालसा नहीं बची. भूकंप से बचे 3,750 भाग्यशाली लोगों और बच्चों को कुछ महीने बाद ही हैजे ने अपना निवाला बना लिया.
बुधवार को हैती अपने इन्हीं घावों को फिर से याद करेगा. कब्रगाहों में विशेष श्रद्धाजंलि सभाएं की जाएंगी. मंगलवार को एक कब्रगाह पर काले रंग का क्रास का मार्क लगाते हुए राष्ट्रपति रेने प्रेवल ने एक संदेश जारी करते हुए कहा, ''हम आपको याद करते हैं. हम आपको कभी नहीं भूलेंगे.''
सेंट क्रिस्टोफ में एक विशाल मैदान भूकंप के बाद ही सामूहिक कब्रगाह बना. वहां डेढ़ से दो लाख लोगों को दफनाया गया. इस कब्रगाह में आज भी क्रॉस बनी हुई लाखों काले रंग की तख्तियां हैं. इनमें से एक में लिखा है, ''12 जनवरी, हम तुम्हें कभी नहीं भूलेंगे.''
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने एक बार फिर हैती को अपार मदद जारी रखने का भरोसा दिलाया है. मंगलवार को जारी एक बयान में ओबामा ने कहा, ''हैती की सड़कों और गलियों में अब भी तबाही का मंजर है. लोग टैंट में रह रहे हैं. हैती के कई लोगों के विकास और मदद में तेजी नहीं आई है.''
मदद करने वाली संस्थाएं भी मान रही हैं कि बीते एक साल में मदद ठीक तरह से नहीं हो पाई. हैती के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन कहते हैं, ''मुझसे ज्यादा खीझ और किसी को नहीं हैं. मैं जानता हूं कि हमने बहुत ज्यादा काम नहीं किया है. लेकिन बीते चार महीनों में काम बड़ी तेजी से हुआ है, इससे मुझे उत्साह मिला है.''
भूंकप की बरसी पर देश के उत्तरी इलाके में एक बड़ा औद्योगिक क्षेत्र बनाने का करार किया जाएगा. वहां दक्षिण कोरिया की सी-ए गारमेंट कंपनी अपनी फैक्टरी लगाएगी. आशा है कि इससे 20,000 लोगों को रोजगार मिलेगा. सी-ए के अधिकारियों के मुताबिक इस योजना में 7.8 करोड़ डॉलर खर्च आएगा. हैती के प्रधानमंत्री जीन मैक्स बेलेरिव कहते हैं, ''ऐसी योजनाओं से हैती को अपने पैरों पर खड़े होने में मदद मिलेगी. हमें नौकरियां चाहिए. हम भविष्य में मदद पर निर्भर नहीं रहना चाहते हैं.''
हैती के स्वस्थ्य होने की उम्मीदें देश के राजनीतिक माहौल पर भी टिकी हुई हैं. देश में बीते साल 28 नवंबर को चुनाव हुए और सात दिसंबर को प्रारंभिक नतीजे आने के बाद ही हिंसा शुरू हो गई. चुनावों में धांधली और भ्रष्टाचार के आरोप लगे. चुनावों में राष्ट्रपति प्रेवल की हार हुई लेकिन उनकी शिकायत पर अमेरिका चुनाव परिणामों की जांच कर रहा है. ऐसी खबरें है कि राष्ट्रपति के उम्मीदवार ने वोटों की गिनती में धांधली करवाई. इस राजनीतिक परिस्थिति से निराश बिल क्लिंटन ने हैती के नेताओं से अपील की है कि वह गतिरोध खत्म कर देश को दोबारा खड़ा करने में मदद करें.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: एन रंजन