रोमानिया में द्वितीय विश्व युद्ध की सामूहिक कब्र मिली
६ नवम्बर २०१०रोमानिया की मीडिया ने सरकारी वकील के कार्यालय के हवाले से रिपोर्ट दी है कि अब तक लासी के निकट पोपरीकानी गांव के बाहरी इलाके में खुदाई में 16 कंकाल बाहर निकाले गए हैं.
कब्र की खुदाई उस समय के प्रत्यक्षदर्शियों के बयान के आधार पर शुरू हुई. नाजी जनसंहार के बारे में शोध करने वाले एली-वीजेल-संस्थान के अनुसार गांव के पास के जंगली इलाके में रोमानियाई सैनिकों ने 100 से अधिक यहूदियों को मार डाला था जिनमें मुख्य रूप से औरतें, बच्चे और बूढ़े लोग थे.
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान 1941 में मोर्चा पोपरीकानी गांव से होकर गुजरता था. रोमानिया 1940 से 1944 तक नाजी जर्मनी का सहयोगी था. 2004 तक रोमानिया के अधिकारी इस बात से इंकार करते रहे थे कि उनके देश में यहूदियों को मारा गया था. 2004 में पहली बार रोमानिया ने नोबेल पुरस्कार से सम्मानित एली वीजेल के नेतृत्व वाले अंतरराष्ट्रीय आयोग की एक रिपोर्ट स्वीकार की. इस रिपोर्ट के अनुसार तत्कालीन रोमानिया के सैनिक और असैनिक अधिकारी पौने तीन से पौने चार लाख यहूदियों की मौत के लिए जिम्मेदार थे. वीजेल रिपोर्ट के अनुसार 25 हजार जिप्सियों को निष्कासित कर दिया गया था, जिनमें से आधे लोगों की मौत हो गई.
इस समय रोमानिया में सिर्फ 9,000 यहूदी रहते हैं जबकि द्वितीय विश्व युद्ध से पहले वहां 800,000 यहूदी रहते थे. उनमें से आधे की रोमानिया, हंगरी और जर्मनी के नाजियों ने हत्या कर दी.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एन रंजन