1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

ताजा झड़पों के बाद घाटी में फिर कर्फ्यू

३ अक्टूबर २०१०

कश्मीर के शोपियां में प्रदर्शन के दौरान हुई झड़पों में चार लोग घायल हो गए हैं. इससे पहले हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने विरोधी प्रदर्शन का एलान किया था जिसके मद्देनज़र श्रीनगर सहित और कई ज़िलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है.

https://p.dw.com/p/PTBZ
तस्वीर: UNI

भारतीय सेना ने श्रीनगर से लगभग 75 किलोमीटर दूर जैनापुरा इलाके के नगबाल गांव को पूरी तरह घेर लिया. अधिकारियों के मुताबिक इलाके में कुछ आतंकवादियों के होने की खबरें थीं. उन्होंने कहा कि इलाके के सारे लोग एक खेत में जमा हो गए थे और कुछ लोगों ने सेना कॉर्डन के खिलाफ नारे लगाने शुरू किए.

इसके बाद सेना ने स्थिति को काबू में करने के लिए हवा में गोलियां चलाईं. सैन्य कार्रवाई में चार लोग घायल हो गए. इनमें से दो लोगों को श्रीनगर के अस्पताल भेजा गया है. 18 साल की सलीमा युसूफ को हाथ में चोटे आईं जबकि 19 वर्षीय युसूफ को पैर में गोली लग गई. दो और लोग लाठीचार्ज में घायल हो गए.

Indien Kaschmir Gewalt
तस्वीर: AP

इससे पहले सैयद अली शाह गिलानी के नेतृत्व में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस ने विरोध प्रदर्शनों का एलान किया था जिसे देखते हुए कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. पार्टी कार्यकर्ता पट्टन इलाके में पुलिस झड़पों में युवाओं के मारे जाने का विरोध करना चाह रहे थे. शनिवार को कर्फ्यू में ढील दे दी गई जब गिलानी ने अपने प्रदर्शन को स्थगित करने की बात कही.

पुलिस के एक प्रवक्ता के मुताबिक रविवार को फिर से श्रीनगर, बारामुल्ला, बंदीपुरा और कुपवाड़ा ज़िलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. प्रवक्ता ने कहा कि अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां, कुलगाम, गंडरबाल और बडगाम ज़िलों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी गई है. धारा 144 के मुताबिक चार से ज़्यादा लोग एक सार्वजनिक स्थान पर जमा नहीं हो सकते.

रविवार को श्रीनगर में सारी दुकाने बंद रहीं और सड़कों पर भी लोगों का आना जाना बंद रहा. कश्मीर में इस साल जून से शुरू हुए विरोधी प्रदर्शनों में अब तक 100 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं.

रिपोर्टः पीटीआई/एमजी

संपादनः ओ सिंह

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी