भारत के प्रधानमंत्री ने सेनाओं का प्रमुख बनाने का एलान किया
१५ अगस्त २०१९प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अनुच्छेद 370 ने जम्मू-कश्मीर में विकास को रोक रखा था.मोदी ने कहा कि जो काम 70 सालों में नहीं किया गया उसे हमने 70 दिनों में कर दिखाया. इससे पहले उन्होंने लाल किले पर ध्वजारोहण किया. प्रधानमंत्री ने देशवासियों को ट्विटर के जरिए स्वतंत्रता दिवस और रक्षा बंधन की शुभकामनाएं भी दी.
प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के पद के सृजन को लेकर एक बड़ी घोषणा की. यह विभिन्न रक्षा पैनलों की लंबे समय से लंबित सिफारिश रही है.
73वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं लाल किले की प्राचीर से एक महत्वपूर्ण घोषणा करना चाहता हूं. भारत में एक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) की नियुक्ति की जाएगी. यह बलों को और भी ज्यादा प्रभावी बनाने का काम करेगा. नई सीडीएस पोस्ट सशस्त्र बलों के तीनों अंगों की देखरेख करेगी." चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का निर्माण करना कारगिल समीक्षा समिति की एक प्रमुख सिफारिश रही है. इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के तहत तीनों सेनाओं आर्मी, एयर फोर्स और नेवी के एकीकरण करने की बात कही गई.
हालांकि, इस पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी. सरकार ने सशस्त्र बलों की युद्धक क्षमता को बढ़ाने और रक्षा व्यय को फिर से संतुलित करने के उपायों की सिफारिश करने के लिए सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डी.बी. शेकटकर की अध्यक्षता में 11 सदस्यीय समिति का गठन किया था. समिति ने रक्षा मंत्री के मुख्य सैन्य सलाहकार के रूप में एक फोर-स्टार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को नियुक्त करने का सुझाव सरकार को दिया.
कारगिल युद्ध के दौरान सेना प्रमुख रहे सेवानिवृत्त जनरल वेद प्रकाश मलिक ने प्रधानमंत्री मोदी द्वारा घोषणा किए जाने के तुरंत बाद इस निर्णय का स्वागत किया. उन्होंने ट्वीट किया, "प्रधानमंत्री मोदी चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद की ऐतिहासिक घोषणा करने के लिए आपका धन्यवाद." मलिक ने कहा, "यह कदम हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा को अधिक प्रभावी और अधिक किफायती बना देगा. यह बेहतर ज्वाइंटमैनशिप और मल्टी-डिसिप्लिनरी अकॉर्डिनेशन सुनिश्चत करेगा. आपको सलाम."
पाकिस्तान का नाम लिए बिना उस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ मजबूती से खड़ा है और दुनिया के सामने आतंकवाद को पनाह देने और वित्तीय मदद करने वालों की असलियत सामने ला रहा है. स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत बहुत मजबूती व ताकत के साथ आतंक के खिलाफ लड़ रहा है, और आतंकवाद को पनाह देने और वित्त पोषण करने वाले किसी भी देश का समर्थन नहीं करेगा.
उन्होंने कहा, "हम दुनिया के सामने आतंक के सभी एक्सपोर्टर को बेनकाब करेंगे. हम दुनिया के अन्य देशों के साथ मिलकर आतंकवाद को पनाह देने वालों, आतंकवाद को वित्तीय मदद देने वालों और निर्यात करने वालों के खिलाफ लड़ेंगे. हम उनके असली रंग को दुनिया के सामने ला रहे हैं." उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश - बांग्लादेश, अफगानिस्तान और श्रीलंका आतंकवादी हमलों के शिकार हुए हैं. मोदी ने कहा, "इसलिए जब भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहा है, हम विश्व मंच पर अपनी भूमिका निभा रहे हैं." उन्होंने अफगानिस्तान को शुभकामना दी जो चार दिनों के बाद अपनी आजादी के 100 साल का जश्न मनाने जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजनीति से परे होकर सरकार ने मुस्लिम बहनों को न्याय और सम्मान दिलाने के लिए तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म किया. उन्होंने कहा, "सरकार ने राजनीति से परे होकर, मुस्लिम बहनों को सम्मान और न्याय दिलाने के लिए तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म किया है."
प्रधानमंत्री के भाषण में पर्यावरण, जल संकट, जनसंख्या नियंत्रण और बेहतर स्वास्थ्य को भी चर्चा हुई.
आईएएनएस
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