महात्मा गांधी: आजादी के लिए कुर्बानी
३० जनवरी २०१८विज्ञापन
गोपाल गोडसे के लिए 15 अगस्त 1947 में भारत की आजादी का दिन शोक का दिन था क्योंकि भारत माता ने, जिनकी युवा ब्राह्मण दिलोजान से पूजा करता था, कई प्रांत खो दिए थे. गोडसे भारत के विभाजन के लिए न सिर्फ अंग्रेजों को जिम्मेदार मानते थे, बल्कि उनका मानना था कि मुसलमान भी दोषी हैं. गोडसे की नजरों में मुख्य अभियुक्त एक हिंदू था जिसे आजादी का नायक समझा जाता था.