सत्ता जनता के हाथ
३१ मई २०१३विज्ञापन
लोकतंत्र कैसा हो? उसमें आम लोगों की भागीदारी किस तरह बढ़े? दमन का विरोध करने के लिए हिंसक कदम उचित हैं या नहीं? क्या आपका भी कभी इस स्थिति से सामना हुआ है? लोकतंत्र का मतलब फैसले की प्रक्रिया में जनता की भागीदारी है. इस सिलसिले में अपनी राय हमसे साझा कीजिए. सोशल मीडिया साइट्स पर या सीधे ईमेल पर.