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चीन में फुटबॉल सट्टेबाजी में लंबी सजाएं

१६ फ़रवरी २०१२

खेल में सट्टेबाजी का असर अब चीन में दिखने लगा है. एक दशक पहले से ही चीन का फुटबॉल लीग गोलों की वजह से नहीं बल्कि रिश्वतखोरी की वजह से बदनाम है. अब एक अदालत ने कई लोगों को लंबी सजाएं दी हैं.

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लू जूनतस्वीर: dapd

चीनी फुटबॉल में रिश्वतखोरी और सट्टेबाजी कांड में चार जाने माने रेफरियों को साढ़े तीन से सात साल की सजा सुनाई गई है. उनमें एक वर्ल्ड कप का रेफरी भी है. चीनी सुपर लीग के दो मैनेजरों और एक स्पोर्ट कंपनी के दो कर्मचारियों को भी सलाखों के पीछे भेज दिया गया है. पूर्वोत्तर चीनी प्रांत लियाओनिंग के डानडोंग शहर में निचली अदालत ने गुरुवार को ये सजा सुनाई.

सट्टेबाजी का बड़ा बाजार

चीन के जाने माने रेफरी लू जून को साढ़े पांच साल की सजा मिली है. वे 2000 में सिडनी ओलंपिक में और 2002 में दक्षिण कोरिया और जापान में हुए वर्ल्ड कप में रेफरी रह चुके हैं और अंतरराष्ट्रीय ख्याति के कारण उन्हें सोने की सीटी पुकारा जाता है. उन पर आरोप है कि उन्होंने चीनी लीग के सात मैचों को प्रभावित करने के लिए 810,000 युआन यानि लगभग 65 लाख रुपये रिश्वत में लिए.

Deutschland Fußball Symbolbild Tor
तस्वीर: picture-alliance/M.i.S.-Sportpressefoto

चीन में फुटबॉल बहुत लोकप्रिय है, लेकिन फुटबॉल से भी लोकप्रिय है उसकी सट्टेबाजी. सरकारी अनुमानों के अनुसार सट्टेबाजी का बाजार सालाना 120 अरब यूरो का है. और इसी वजह से क्रिकेट की ही तरह मैच के नतीजों को प्रभावित करने की कोशिश भी होती है. चीनी फुटबॉल में व्यापक भ्रष्टाचार के कारण सरकार ने 2009 में एक जांच आयोग बनाया था. जांच के दौरान रिश्वतखोरी में लिप्त बहुत से खेल अधिकारियों, खिलाड़ियों और रेफरियों को गिरफ्तार किया गया और उनसे पूछताछ की गई.

सबसे ज्यादा सात साल

इस मामले में रेफरी हुआंग जुंजी को सबसे ज्यादा सात साल की सजा मिली है. उन पर 21 मामलों में धोखाधड़ी के लिए 15 लाख युआन और एक लाख हांगकांग डॉलर लेने का आरोप है. चीन की चैंपियनशिप में किसी खास टीम के पक्ष में सीटी बजाने के लिए साढ़े 9 लाख युआन लेने के आरोप में उनके साथी वान डाक्सूई को छह साल की कैद की सजा दी गई है. झू वाइक्सिन को साढ़े तीन साल की सजा मिली है. उन पर 5 लाख युआन लेने का आरोप साबित हो गया. 2004 में उनके द्वारा दिए गए गलत पेनल्टी के बाद बीजिंग के क्लब गुओआन ने टूर्नामेंट का बहिष्कार कर दिया था.

डानडोंग में चले मुकदमे में चीन की सुपर लीग सीएसएल के दो अधिकारियों को भी सजा मिली है. सीएसएल के मैनेजर लू फेंग पर स्पोर्ट कंपनी झोंगयी से 14 लाख युआन लेने का आरोप है. उन्हें साढ़े 6 साल तक कैद में रहना होगा. जबकि लीग के एक अन्य अधिकारी यांग फेंग को दो साल की सजा मिली है. झोंगयी कंपनी के दो कर्मचारियों को पैसा देने के लिए एक और डेढ़ साल की सजा दी गई है.

रिश्वत कांड में चीन के कई क्लब भी शामिल है. चीन में फुटबॉल का अगला सीजन मार्च में शुरू हो रहा है. फुटबॉल फेडरेशन की सबसे बड़ी चुनौती यह होगी कि इन क्लबों को सजा किस तरह से दी जाए.

रिपोर्ट: डीपीए/महेश झा

संपादन: ए जमाल

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