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आईपीएल की तर्ज पर भारत में फुटबॉल लीग

१७ जनवरी २०१२

इटली के वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम के कप्तान फाबियो कानावारो, अर्जेंटीना के पूर्व खिलाड़ी खुआन पाबलो सोरिन और फ्रांसीसी खिलाड़ी रॉबर्ट पिरेस भारत में आईपीएल की तर्ज पर फुटबॉल लीग शुरू करने की तैयारी में हैं.

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कोलकाता में शुरू होगी फुटबॉल लीगतस्वीर: DW

कोलकाता में विदेशों से आने वाले 30 खिलाड़ी और छह कोचों की बोली लगाई जाएगी. फरवरी 25 से 8 अप्रैल तक यह लीग आयोजित की जाएगी. सेलिब्रिटी मैनेजमेंट ग्रुप(सीएमजी) के कार्यकारी निदेशक भास्वर गोस्वामी ने बताया, "हमने सात नामी खिलाड़ियों के साथ बोली का करार किया है. सभी छह टीमों में इनमें से एक एक खिलाड़ी होगा जिसकी वेतन सीमा छह लाख डॉलर होगी."

जिन दूसरे खिलाड़ियों के साथ करार किया गया है, उनमें से अधिकतर अपने करियर के अंतिम दौर में हैं. इनमें पुर्तगाल के मिडफील्डर मानिचे, नाइजीरिया के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी जेजे ओकोचा, लीवरपूल के पूर्व स्ट्राइकर रॉबी फ्लॉवर, स्पेन के पूर्व स्ट्राइकर फर्नांन्डो मोरिएन्तेस और अर्जेंटीना के एर्नान क्रेस्पो हैं.

सीएमजी ने इंडियन फुटबॉल असोसिएशिन के साथ लीग की 30 साल की डील की है और टेंडर बांटे हैं. "हमने इस साल छह टीमों के साथ शुरुआत की है. सभी पश्चिम बंगाल में हैं. लेकिन देश के दूसरे हिस्सों में भी इसे बढ़ाने के लिए शुरुआत की जा चुकी है. पहले साल में हर टीम के पास खर्च करने के लिए 25 लाख डॉलर होंगे. उनके टीम में चार विदेशी खिलाड़ी होंगे साथ ही 21 साल से कम उम्र वाले छह भारतीय खिलाड़ियों को टीम में रखना अनिवार्य होगा."

आईपीएल क्रिकेट के 20-20 फॉर्मेट ने फैन्स, खिलाड़ियों को काफी आकर्षित किया लेकिन कुछ हद तक इस कारण नए खिलाड़ी नहीं मिले. गोस्वामी ने कहा, "लीग मुख्य फुटबॉल लीग के मॉडल पर आधारित है और आईपीएल पर भी. हमने आईपीएल के बारे में शोर और खिलाड़ियों की नालामी के बारे में लोगों की बातें भी सुनी. मुझे लगता है कि यह भी उतनी ही सफल होगी. यह एक बहुत अच्छा विचार है. हमें उम्मीद है कि इससे फ्रैंचाइजी के मालिकों को आईपीएल की तुलना में जल्दी फायदा होने लगेगा. हम इन मैचों के दक्षिण एशिया में लाइव प्रसारण के लिए टीवी से बातचीत करने की प्रक्रिया में हैं."

Italy's national team player Fabio Cannavaro
इटली के फाबियो कानावारोतस्वीर: AP

बदलेगा चेहरा

गोस्वामी का मानना है कि इससे भारतीय फुटबॉल की तस्वीर ही बदल जाएगी. "मुझे लगता है कि पश्चिम बंगाल में इसकी शुरुआत करके हमने अच्छा काम किया है. यहां फुटबॉल के लिए बहुत दीवानगी है. यहां लाखों लोग ईस्ट बंगाल और मोहन बागान का मैच देखना पसंद करते हैं. यह स्थानीय खिलाड़ियों के लिए भी एक बड़ा मौका होगा, उन खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करना जिन्हें वे आदर्श मान कर बड़े हुए हैं."

2008 में जर्मन गोल कीपर ओलिवर काम को फेयरवेल देने के लिए करीब एक लाख बीस हजार फुटबॉल दीवाने कोलकाता में इकट्ठे हुए थे. और इसी साल डिएगो मेराडोना ने भी शहर को फुटबॉल फीवर में डुबा दिया था. पिरेस कहते हैं, "मुझे गर्व है कि मैं पहला फ्रांसीसी हूं जो यहां खेलेगा और आठ हफ्ते कुछ नहीं है. अगर मेरे क्लब के अध्यक्ष को खिलाड़ी के तौर पर मैं पसंद हूं तो मैं 10 लाख डॉलर कमा सकता हूं जो कि बहुत है. मैं वहां टूरिस्ट के तौर पर नहीं जा रहा. यह एक नया एडवेंचर होगा."

रिपोर्टः रॉयटर्स/आभा एम

संपादनः एम गोपालकृष्णन

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