उमर खद्र को 25 साल के कैद की मांग
३१ अक्टूबर २०१०अभियोजन पक्ष के वकील जेफरी ग्रोहेरिंग ने कहा, "दुनिया देख रही है. तुम्हारी सज़ा अल कायदा और उन सारे लोगों के लिए संदेश है जो दुनिया भर में लोगों को मारने और अराजकता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं." ग्रोहेरिंग ने कहा, "खद्र एक प्रशिक्षित आतंकवादी था जिसने वयस्कों जैसे अपराध किए. 15 साल में आपको सही और गलत का अंदाजा हो जाता है." ग्रोहेरिंग के मुताबिक खद्र ने अल कायदा के समर्थन में ऐसे अपराध किए. आरोपी ने बहुत बुरे काम किए हैं और बहुत दुख पहुंचाया है जिसके लिए उसे सज़ा मिलनी चाहिए.
'बुरे पिता का बेटा'
खद्र के वकील लेफ्टिनैंट कर्नल जैकसन ने कहा है कि ज्यूरी को ग्वांतानामो में खद्र के हिरासत की अवधि के बारे में भी सोचना चाहिए. अगर खद्र को दस साल की सज़ा मिलती है तो फिर उसे केवल दो और साल जेल में गुजारने होंगे. जैकसन ने कहा कि खद्र केवल 15 साल का था और उसके पिता ने उसका मार्गदर्शन किया था. उनके मुताबिक खद्र को वापस उसके देश कनाडा भेज दिया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि खद्र को मौका दिया जाना चाहिए क्योंकि उसे पहले कभी अपना रास्ता चुनने की आजादी नहीं दी गई, "वह एक बुरे पिता का बेटा है." पिछले हफ्ते की सुनवाई के दौरान मौजूद सरकारी मनोवैज्ञानिक ने कहा था कि खद्र ग्वांतानामो में रहकर और कट्टरपंथी हो गया है और समाज के लिए खतरा बन गया है. जैकसन ने इसके जवाब में कहा कि यह अमेरिकी सरकार की गलती है क्योंकि खद्र सीखने को तत्पर है और उसे अब पता चल गया है कि नफरत से कुछ हासिल नहीं हो सकता.
विवादास्पद फैसला
मामले की सुनवाई कर रही ज्यूरी में तीन महिलाएं हैं और कुल सात सदस्य हैं. 10 साल से ज्यादा सज़ा का छह सदस्यों ने समर्थन किया, जबकि कम सज़ा का सात में से पांच ज्यूरी सदस्यों ने समर्थन किया. ज्यूरी सदस्यों ने अपना फैसला लेने से पहले पांच घंटों तक बातचीत की. ज्यूरी का फैसला भी विवादास्पद हो सकता है क्योंकि खद्र के बचाव समझौते में केवल आठ साल के कैद की बात की गई है. ज्यूरी कैद को घटा सकती है मगर बढ़ा नहीं सकती.
पिछले हफ्ते खद्र ने आजीवन कारावास से बचने के लिए अपने गुनाह कबूल किए थे. उसने माना कि उसने अमेरिकी सैनिक पर बारूदी सुरंग से आक्रमण किया था और उसे मार डाला था. बचाव कर रहे वकीलों ने अर्जी दी है कि खद्र को ज्यादा से ज्यादा आठ साल की कैद दी जाए. अभियोजन पक्ष के साथ समझौते में खद्र को आठ साल की सजा देने की बात है. अगर ग्वांतानामो कैदियों के लिए खास अदालत उसे कम सजा देती है तो खद्र को कम दिन जेल में काटने पड़ेंगे.
रिपोर्टः एजेंसियां/एम गोपालकृष्णन
संपादनः महेश झा