ओलंपिक्स में रिकॉर्ड तो टूटते ही हैं. इस बार भी टूटेंगे. ये रिकॉर्ड्स सिर्फ मैदान पर नहीं उसके बाहर भी टूटने वाले हैं. मसलन, कॉन्डम्स का रिकॉर्ड. रियो में साढ़े चार लाख कॉन्डम बांटे जाएंगे. यह एक रिकॉर्ड होगा. यह संख्या लंदन ओलंपिक्स से तीन गुनी है.
इंटरनैशनल ओलंपिक कमेटी ने बताया है कि रियो में चार लाख 50 हजार कॉन्डम बांटे जाएंगे. इनमें एक लाख महिला कॉन्डम भी होंगे. ओलंपिक में महिला कॉन्डम पहली बार बांटे जाएंगे. इनके अलावा साढ़े तीन लाख पुरुष कॉन्डम बांटें जाएंगे. लुब्रिकेंट्स के एक लाख 75 पैकट भी सप्लाई किए जा रहे हैं.
इंटरनैशनल ओलंपिक कमेटी का कहना है कि कॉन्डम की उपलब्धता खिलाड़ियों और अधिकारियों को सुरक्षित सेक्स के लिए प्रेरित करेगी. ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए खिलाड़ियों और अधिकारियों को मिलाकर 10 हजार पांच सौ लोग पहुंचने वाले हैं. रियो ओलंपिक अगस्त में होंगे.
वैसे ब्राजील में जीका वायरस के प्रकोप को लेकर भी चिंताएं व्याप्त हैं. इसके चलते विभिन्न देशों ने कदम उठाए हैं, मसलन ऑस्ट्रेलिया अपने खिलाड़ियों को विशेष कॉन्डम उपलब्ध करा रहा है. (कैसे हैं ये विशेष कॉन्डम, जानने के लिए यहां क्लिक करें). लेकिन ओलंपिक कमेटी के कॉन्डम की संख्या बढ़ाने से जीका वायरस के प्रकोप का कोई संबंध है या नहीं, यह उजागर नहीं हो सका है. इस बारे में कमेटी से जानने की कोशिश की गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. ब्राजील के अखबार हालांकि कह रहे हैं कि इन दोनों बातों का आपस में कोई संबंध नहीं है. अखबार फोला डे एस पॉलो ने कहा कि कॉन्डम की संख्या बढ़ाने का जीका वायरस से कोई लेना-देना नहीं है.
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कंडोम से लव-हेट का नाता
एचआईवी का खतरा
दुनिया में सबसे अधिक एचआईवी संक्रमित लोग दक्षिण अफ्रीका में है. लगभग हर 10 में से एक व्यक्ति एड्स के साथ जी रहा है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सरकारी स्वास्थ्य विभाग वहां कई रंगों और सुगंध वाले मुफ्त कंडोम बंटवाते हैं.
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कंडोम से लव-हेट का नाता
खुल कर बात जरूरी
सेक्स के बारे में आज भी खुलकर बात नहीं होती. सेक्स से संबंधित साहित्य, फिल्में या पॉर्नोग्राफिक वीडियो की बढ़ती बिक्री इस बात का प्रमाण हैं कि लोगों की इस विषय में बहुत अधिक दिलचस्पी तो है, लेकिन सुरक्षित सेक्स, यौन संक्रमणों या गर्भापात जैसे विषय अब भी टैबू समझे जाते हैं.
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कंडोम से लव-हेट का नाता
फीमेल कंडोम
आसानी से उपलब्ध होने के बावजूद पश्चिमी देशों तक में अभी महिलाओं के लिए बने खास कंडोम को ज्यादा लोकप्रियता नहीं मिली है. एड्स के गंभीर खतरे का सामना करने वाले अफ्रीकी देश मोजांबिक में कुछ एनजीओ फीमेल कंडोम को बढ़ावा देने पर जोर लगा रहे हैं.
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कंडोम से लव-हेट का नाता
खतने से बचाव
अफ्रीकी देश यूगांडा में 1980 के दशक में कुल जनसंख्या के करीब 30 फीसदी लोग एचआईवी से संक्रमित पाए गए. 2005 तक संक्रमण की दर गिर कर 6.5 प्रतिशत पर आ गई. लेकिन फिर से बढ़ते इंफेक्शनों का सामना करने के लिए डॉक्टर वयस्क पुरुषों में खतने की सलाह दे रहे हैं.
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कंडोम से लव-हेट का नाता
सेक्स पर धारावाहिक
लेखक और निदेशक बियी बन्डैले नाइजीरिया में अमेरिकी टीवी सीरियल सेक्स-एड की तर्ज पर एक धारावाहिक बनाते हैं. शुगा नाम का ये सीरियल मनोरंजक तरीके से यौन स्वास्थ्य के प्रति रवैया बदलने पर आधारित है.
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कंडोम से लव-हेट का नाता
एड्स को मिटाएगी जानकारी
दुनिया भर के मेडिकल विशेषज्ञ इस बात को मानते हैं कि 50 साल के अंदर एड्स को पूरी तरह मिटाना संभव है. लेकिन सबसे बड़ी मुश्किल है कि इसके खतरे वाले हाई-रिस्क ग्रुप को सुरक्षित और शिक्षित किए बिना ऐसा मुमकिन नहीं होगा.
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कंडोम से लव-हेट का नाता
सुपर कंडक्टिव - ग्रैफीन कंडोम
कंडोम के क्षेत्र में नई नई खोजें हो रही हैं. 2004 में जिस अति प्रवाहकीय, अति मजबूत पदार्थ ग्रैफीन की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार मिला था, अब उसका एक महत्वपूर्ण इस्तेमाल सामने आया है. इससे बेहतर कंडोम बनाने की कोशिश हो रही है.
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कंडोम से लव-हेट का नाता
लेटेक्स का स्रोत
दुनिया भर के करीब 40 फीसदी कंडोम लेटेक्स से बनते हैं. लेटेक्स रबड़ के पेड़ों से निकाला जाता है. ब्राजील के अमेजन के जंगल और चीन में इनका बहुत बड़ा भंडार है.
रिपोर्ट: ऋतिका राय
जीका वायरस मच्छरों के काटने से फैलता है लेकिन सेक्स के जरिये भी यह एक शरीर से दूसरे शरीर में पहुंच सकता है. इस वायरस की वजह से यूं तो किसी प्रभावित व्यक्ति को कुछ नहीं होता है लेकिन होने वाले बच्चों पर इसका असर होता है. ऐसा देखा गया है कि इस वायरस से पीड़ित मांएं छोटे मस्तिष्क और छोटी खोपड़ी वाले बच्चों को जन्म देती हैं. इस बीमारी को माइक्रोफैली कहा जाता है. ब्राजील में तो इसकी वजह से प्रेग्नेंट महिलाओं को अबॉर्शन तक कराने की सलाह दी जा चुकी है.
रियो जाने वाले खिलाड़ियों को कॉन्डम बांटने का काम खेल गांव में बनाए गए क्लीनिक के जरिये किया जाएगा. ओलंपिक 5 अगस्त से शुरू होंगे लेकिन खेल गांव 24 जुलाई से ही खुल जाएगा. अखबार एस पॉला ने लिखा है कि वर्ष 2000 में सिडनी ओलंपिक में एक से डेढ़ लाख कॉन्डम बांटे गए थे. ओलंपिक खेलों के दौरान सेक्स के व्यापार में तेजी आना आम बात है. रियो में प्रॉस्टिट्यूशन को कानूनन इजाजत है. यह अनुमति वर्ष 2000 में ही मिली है.
वीके/आईबी (एपी)
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कैसे बचें जीका वायरस के खतरे से
लक्षण पहचानें
जीका वायरस से संक्रमित हर पांच में से एक में ही इसके लक्षण दिखते हैं. आम तौर पर संक्रमित व्यक्तियों में जोड़ों में तेज दर्द, आंखें लाल होना, मतली, चिड़चिड़ापन या बेचैनी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं.
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कैसे बचें जीका वायरस के खतरे से
कहां से आया जीका
पहला मामला युगांडा में 1947 में दर्ज हुआ था. साल 2015 तक यह वायरस अफ्रीका, एशिया और प्रशांत द्वीपों में ही सुप्त अवस्था में पाया गया. अब तक 14 देशों में जीका वायरस का पता चला है.
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कैसे बचें जीका वायरस के खतरे से
कहां कहां फैला
अब इसका फैलाव ब्राजील समेत कई दक्षिण अमेरिकी देशों में हो चुका है. ब्राजील में विश्व भर से पर्यटकों के आने जाने के कारण वहां से इसके पूरी दुनिया में फैलने का डर है. कनाडा और चिली को छोड़कर सभी देश इस खतरे के दायरे में हैं.
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कैसे बचें जीका वायरस के खतरे से
कौन फैलाता है
जीका वायरस को एडीज मच्छर फैलाता है. इसलिए मच्छर के काटने से बचना सबसे जरूरी बचाव है. बिस्तर पर मच्छरदानी और बाहर निकलते समय शरीर पर क्रीम रेपलेंट का इस्तेमाल करना फायदेमंद है.
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कैसे बचें जीका वायरस के खतरे से
गर्भ में खतरा
केवल कुछेक मरीजों को ही अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आ सकती है. अब तक पकड़ में आए जीका संक्रमण के ज्यादातर मामले जानलेवा नहीं हैं. लेकिन गर्भवती महिलाओं के संक्रमित होने से होने वाले बच्चे को जन्म से ही कुछ दोष आ सकते हैं.
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कैसे बचें जीका वायरस के खतरे से
अविकसित बच्चे
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने चेतावनी दी है कि जीका वायरस के कारण बच्चों में जन्मजात माइक्रोसिफेली दोष आ सकता है. इससे प्रभावित बच्चों का सिर छोटा रह जाने से उनके मस्तिष्क में स्थाई दोष आ जाता है.
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कैसे बचें जीका वायरस के खतरे से
संक्रमित क्या करें
सबसे जरूरी है कि आराम करें और जल्द डॉक्टर की सलाह लें. हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि बिस्तर में पड़े रहना चाहिए और खूब सारा पानी पीना चाहिए. शरीर में दर्द होने पर पैरासिटामॉल या एसिटीमिनोफेन लिया जा सकता है. इबूप्रोफेन दवा मना है.
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कैसे बचें जीका वायरस के खतरे से
ना टीका, ना इलाज
अब तक इस वायरस से निपटने के लिए कोई वैक्सीन या दवा नहीं बनी है. फिलहाल तो हर हाल में मच्छरों के काटने से बचना ही एक उपाय है. अपने आसपास मच्छरों के पनपने वाले नम इलाकों और ठहरे हुए पानी को हटाएं.
रिपोर्ट: ऋतिका पाण्डेय