सेना के जवानों को अच्छे राशन का वादा
१५ अगस्त २०१०रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने कहा कि आतंकवाद से जूझ रहे और सीमा के अधिक उंचाई वाले हिस्सों में तैनात जवानों के लिए खास खाने का इंतजाम भी किया जा रहा है. एंटनी ने कहा, "सैनिकों की सुविधाओं के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं. सरकार यह भी कोशिश कर रही है कि उन्हें भेजी जाने वाली दाल, सब्जियां, चावल, चायपत्ती, आटा और दूसरी चीजें बढ़िया किस्म की हों." साथ ही दुर्गम इलाकों में तैनात फौजियों को भी बढ़िया और विशेष खाना मिल सके, इसके लिए पक्के इंतजाम किए जा रहे हैं.
पिछले हफ्ते सीएजी ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि रक्षा मंत्रालय अपने सैनिकों के लिए जो खाने का सामान भेजता है, वह एकदम घटिया है और किसी इंसान के खाने लायक नहीं है. सीएजी की रिपोर्ट में खासतौर से जम्मू कश्मीर और पूर्वोत्तर के इलाकों में तैनात जवानों का जिक्र किया गया.
देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए रक्षा मंत्री ने वायुसेना, थलसेना और नौसेना के सैनिकों और उनके परिवार वालों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दी. रक्षा मंत्री ने लेह में कुदरत के कहर का शिकार हुए लोगों के प्रति अपनी संवेदना भी जताई.
संकट के समय सेना और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों की राहत के कामों में बड़ी भूमिका को भी रक्षा मंत्री ने याद किया. रक्षा मंत्री ने कहा कि सेना के साथ ही रक्षा अनुसंधान विकास संगठन (डीआरडीओ) और सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) जैसे संगठनों ने भी राहत के कामों में बड़ा योगदान दिया है.
एंटनी ने कहा कि देश की सुरक्षा अब भी एक बड़ी चुनौती है. उन्होंने पाकिस्तान और चीन का नाम लिए बगैर कहा, "कई बार अपनी सुरक्षा के लिए उठाए गए हमारे कदमों को कुछ देश जंग की तैयारियों के रुप में देखते हैं, हालांकि हम हमेशा से शांति पसंद देश रहे है और अपने सभी पड़ोसियों से बेहतर रिश्ते बना कर रखना चाहते हैं."
रक्षा मंत्री ने कहा कि 26/11 को मुंबई पर हमले के बाद देश की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं खासतौर से तटीय इलाकों की सुरक्षा पर अब विशेष ध्यान दिया जा रहा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः ए कुमार