वाराणसी धमाकाः आतंकी ईमेल पर दो लोगों से पूछताछ
८ दिसम्बर २०१०यह मेल नवी मुंबई के एक रिहायशी परिसर से भेजा गया. इसमें मंगलवार को वाराणसी में गंगा किनारे हुए धमाके की जिम्मेदारी ली गई है. आरती के वक्त शीतला घाट पर हुए इस धमाके में एक बच्ची की मौत हो गई और 37 लोग घायल हुए. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि पांच पन्नों के इंडियन मुजाहिदीन के इस ईमेल को हिरासत में लिए गए इन दोनों लोगों के असुरक्षित एयरटेल ब्रॉडबैंड के वाईफाई से भेजा गया है.
गिरफ्तार पिता पुत्र को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया. मुंबई के पुलिस कमिश्नर संजीव दयाल ने पीटीआई को बताया कि ईमेल नवी मुंबई से भेजा गया. इलाके की पुलिस और मुंबई पुलिस दोषियों को पकड़ने की कोशिश कर रही है. इंडियन मुजाहिदीन के उग्रवादी धमाके के चंद मिनटों के भीतर असुरक्षित वाईफाई कनेक्शन से मीडिया को ईमेल भेजते रहे हैं. यह ईमेल भारत में कई मीडिया संस्थानों को जीमेल के आईडी से भेजा गया है. सूत्रों का कहना है कि ईमेल छह दिसंबर को लिखा गया.
इस बीच धमाके के बाद देश भर में हाई अलर्ट कर दिया गया है. प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और गृह मंत्री पी चिदंबरम ने लोगों से शांति की अपील की है. इससे पहले 2006 में बनारस में धमाका हुआ था जिसमें 15 लोग मारे गए थे और 60 घायल हुए थे. इस साल भारत में यह दूसरा आतंकी धमाका है. 10 महीने पहले पुणे की जर्मन बेकरी को निशाना बनाए जाने के बाद अब बनारस में विस्फोट किया गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः ए जमाल