दिल्ली फायरिंग: नॉर्वे के सर्वर से आया ईमेल
२५ सितम्बर २०१०पी चिदंबरम ने एक टीवी चैनल से बातचीत में इस बात की जानकारी दी. चिदंबरम ने कहा," फायरिंग के कुछ ही घंटे बाद भेजे गए ईमेल का सर्वर नॉर्वे में मिला है." चिदंबरम ने बताया कि जांच अधिकारियों के मुताबिक सिम कार्ड खरीद कर जीपीएस से लैस मोबाइल में डाला गया और फिर उसे से ईमेल भेजा गया. इस ईमेल में इंडियन मुजाहिदीन ने हमले की जिम्मेदारी ली थी. चिदंबरम ने कहा कि हमें कुछ जानकारी मिली है लेकिन अभी उस आदमी की तलाश होनी बाकी है जिसने ईमेल भेजा.
उन्होंने ये भी कहा कि ईमेल में ऐसा कुछ नहीं था जिसे हमलों से सीधे जोड़ा जा सके. चिदंबरम का कहना है कि इस हमले के पीछे आतंकवादियों का हाथ नहीं था. गृहमंत्री का कहना है कि ईमेल कई दिन पहले तैयार कर लिया गया था और इसमें फायरिंग का कहीं सीधा जिक्र नहीं है.
चिदंबरम के मुताबिक," हम दावे के साथ नहीं कह सकते कि ईमेल भेजने वाले का गोली चलाने वालों से कोई सीधा संबंध था." चिदंबरम का कहना है कि जांच अधिकारियों के मुताबिक स्थानीय गुंडों की हरकत हो सकती है. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है लेकिन औपचारिक गिरफ्तारी किसी की नहीं हुई है.
जामा मस्जिद इलाके में दो अज्ञात मोटरसाइकिल सवारों ने विदेशी सैलानियों के एक समूह पर अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी. इस हमले में ताईवान के दो नागरिक घायल हुए. फायरिंग के कुछ ही देर बाद प्रेशर कुकर बम भी फट पड़ा और लोगों में हड़कंप मच गया.
इसके कुछ ही देर बाद प्रतिबंधित आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन ने समाचार एजेंसियों को ईमेल भेज कर इन घटनाओं की जिम्मेदारी ली साथ ही कॉमनवेल्थ खेलों के दौरान और हमले करने की चेतावनी भी दे डाली.
चिदंबरम ने कहा कि खेलगांव शनिवार से सुरक्षा घेरे में आ जाएगा. खेल के आयोजन से जुड़ी 10 जगहों को सुरक्षा एजेंसियों ने पहले ही अपने घेरे में ले रखा है. चिदंबरम का कहना है,"आयोजन समिति ने अपना काम समय पर पूरा कर लिया. 11 में से 10 जगहों पर सुरक्षाबल तैनात हो चुके हैं ग्यारहवें स्थान पर भी शनिवार से सुरक्षाबलों की तैनाती हो जाएगी.
रिपोर्टः एजेंसियां/ एन रंजन
संपादनः एस गौड़