बस हाइजैक कांड का दुखद अंत
२३ अगस्त २०१०नौकरी से निकाले जाने से नाराज पूर्व पुलिसकर्मी ने अपनी बहाली की मांग करते हुए पिछले 10 घंटों से बस को बंधक बना रखा था. उसकी पहचान रोनाल्डो मेन्डोजा के तौर पर की गई है. बस में हांग कांग के 20 सैलानी और चालक सिहत पांच स्थानीय टूरिस्ट गाइड सवार थे.
पुलिस उसके भाई की मदद से लगातार सुलह की कोशिश कर रही थी. इस बीच उसने छह सैलानियों को रिहा भी कर दिया लेकिन बाद में बातचीत के बीच ही उसने चारों ओर से बस को घेरे खडी़ पुलिस पर गोली चलाना शुरू कर दिया. पुलिस की जवाबी गोलीबारी में मेन्डोजा की मौत हो गई. लेकिन तब तक बस में सवार छह सैलानी मारे गए.
मेन्डोजा को पिछले साल वसूली और उत्पीड़न के आरोप में नौकरी से निकाल दिया गया था. जबकि उसका कहना था कि उसे झूठे आरोप में फंसाया गया है. बस हाइजैक करने के कुछ समय बाद ही उसने सात बंधकों को छोड़ दिया. इसी बीच बस चालक भी निकल भागने में कामयाब रहा. पुलिस के मुताबिक शुरू में छोड़े गए लोगों में एक पुरुष, तीन महिलाएं और तीन बच्चे हैं.
रिपोर्टः एजेंसियां/निर्मल
संपादनः ए जमाल