चमगादड़ों में छिपा उम्र का राज
२१ दिसम्बर २०१२एबोला, सार्स और नीपा जैसी बीमारियों से निपटने में चमगादड़ों ने बहुत मदद की है और इसी वजह से विज्ञानी उन पर खास ध्यान देते हैं. चमगादड़ों की दो खास प्रजातियों पर हाल की रिसर्च से लंबी उम्र के बारे में बहुत कुछ पता चला है. इसमें पता चलता है कि वे आम तौर पर बीमार क्यों नहीं पड़ते और वे खुद बहुत लंबे वक्त तक कैसे जी पाते हैं. इस रिसर्च में प्रोफेसर लिन-फा-वांग का कहना है कि दूसरे स्तनपायी जानवरों से उनकी तुलना करने पर चौंकाने वाले नतीजे आए हैं.
क्या है रिसर्च
सिंगापुर के ड्यूक एनयूएस ग्रेजुएट मेडिकल स्कूल के प्रोफेसर वांग ने कहा, "हम यह नहीं कह रहे हैं कि चमगादड़ कभी बीमार नहीं पड़ते या उन्हें कभी संक्रमण नहीं होता. हम तो यह कह रहे हैं कि वे संक्रमण को अच्छी तरह झेल पाने में कामयाब रहते हैं." रिसर्च के मुताबिक इन दोनों प्रजातियों के चमगादड़ों में साइटोकीन स्टोर्म जीन नहीं पाया गया, जिसकी वजह से भयानक संक्रमण होते हैं और खतरनाक बीमारियां होती हैं.
साइटोकीन स्टोर्म न सिर्फ वायरसों पर हमला करती हैं, बल्कि शरीर की कोशिकाओं और ऊतकों को भी नष्ट कर देती है और इसी वजह से शरीर दुर्बल होता है. वांग ने कहा, "वायरस सीधे शरीर को नहीं मारता है. वायरस के खिलाफ शरीर की प्रतिक्रिया की वजह से मौत होती है. चमगादड़ शरीर की प्रतिक्रिया को दबा रहे हैं. अगर हम यह सीख सकें तो हम ऐसी दवाइयां बना सकते हैं, जिससे शरीर के सूजन को रोक सकते हैं."
इस रिसर्च में चीन, डेनमार्क, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका के रिसर्चर शामिल हुए और इसे शुक्रवार को प्रतिष्ठित साइंस जर्नल में प्रकाशित किया गया. अपने आकार के दूसरे स्तनपायी जानवरों के मुकाबले चमगादड़ बहुत ज्यादा जीते हैं. उनकी उम्र 20 से 40 साल की होती है, जबकि चूहे सिर्फ दो या तीन साल ही जी पाते हैं.
उड़ाने वाले जीन
वांग का कहना है कि उन्हें यह जान कर हैरानी हुई कि इसी जीन की वजह से चमगादड़ों को उड़ने में भी मदद मिलती है. दुनिया में जितने भी स्तनपायी हैं, उनमें से सिर्फ चमगादड़ों में ही उड़ने की क्षमता है और कुछ तो बिना रुके 1000 किलोमीटर तक की उड़ान भर सकते हैं.
उनका कहना है कि चमगादड़ों से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है, जिन्होंने बीमारियों से बचना सीख लिया है और जिनकी लंबी उम्र होती है. वांग ने कहा, "कैंसर, उम्र बढ़ना और संक्रमण वाली बीमारियां, ये तीन बेहद चिंता वाली बातें हैं." उनका कहना है, "हमने पिछले 150 साल से चूहों पर रिसर्च की है. अब हमारे पास एक सिस्टम है चमगादड़ों का, जिनसे हमें बहुत कुछ पता चल रहा है. हम ऐसी दवाइयां बना सकते हैं, जिससे उम्र को तेजी से न बढ़ने दिया जाए, कैंसर का इलाज हो सके और संक्रमण पर काबू पाया जा सके."
एजेए/एमजे (रायटर्स)