कुश्ती को बदलने की कुश्ती
२८ अगस्त २०१३फरवरी में कुश्ती को उस वक्त बड़ा झटका लगा, जब अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने इसे 2020 ओलंपिक से बाहर करने का फैसला किया. हालांकि इसके बाद कुश्ती को उन तीन खेलों में शामिल किया गया है, जिनमें से किसी एक को ओलंपिक में जगह मिल जाएगी. इस पर अगले महीने अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में ओलंपिक संघ (आईओसी) की बैठक में वोटिंग होनी है. इन तीन खेलों में कुश्ती के अलावा स्क्वैश और सॉफ्टबॉल हैं.
सबसे बड़ा संकट
सर्बिया के नेनाद लालोविच अंतरराष्ट्रीय कुश्ती संघ के मुखिया हैं और उन्होंने बदलाव की पहल की है. उनका कहना है कि ओलंपिक से बाहर किए जाने का फैसला अजीब है, "हमारे सामने इस खेल के 3000 साल के इतिहास का सबसे बड़ा संकट है. लेकिन सिर्फ छह महीने में हमने वे बदलाव कर लिए हैं, जो आईओसी हमसे चाहता था." लालोविच ने छह महीने पहले ही यह पद संभाला है.
उनका कहना है, "नए नियम होंगे, एक स्वतंत्र रेफरी कमीशन होगा और रियो द जनेरो के 2016 ओलंपिक में महिलाओं की छह श्रेणियों में मुकाबले होंगे. हमने इन बदलावों को लागू करने के लिए बहुत मेहनत की है. ये आसान नहीं थे लेकिन छह महीने में जितना संभव था, हमने किया. अब ब्यूनस आयर्स में हमारी जीत हो या हार, ये बदलाव जारी रहेंगे क्योंकि इस खेल के प्रति हमारी कुछ जवाबदेही है."
लालोविच खुद अगले हफ्ते से अर्जेंटीना की राजधानी में होंगे, जहां वे आखिरी दौर की तैयारियां करना चाहते हैं, ताकि आईओसी की बैठक में मामला सही तरीके से रख सकें. उनका कहना है कि वह कुश्ती को टेलीविजन दर्शकों के लिए पसंदीदा खेल बनाना चाहते हैं.
टीवी पर कैसा दिखे
"इस खेल के नियम भी आसान नहीं और वे लोगों को समझ में नहीं आते थे. लेकिन अब ऐसे नियम बनाए गए हैं, जिन्हें आसानी से समझा जा सकता है और टीवी पर भी वे समझ में आते हैं. हर कोई दो मिनट में समझ सकता है कि क्या हो रहा है."
लालोविच छोटी छोटी चीजों पर ध्यान दे रहे हैं, "हम उस कमरे की सजावट भी बदलना चाहते हैं, जहां से कुश्ती का प्रसारण होता है. वहां से टेलीविजन प्रसारण दर्शकों को अच्छा लगना चाहिए." आईओसी के उपाध्यक्ष थोमास बाख ने इन बदलावों को हरी झंडी दिखा दी है. जर्मनी के बाख खुद भी आईओसी प्रमुख की दौड़ में हैं. जाक रोगे का कार्यकाल 10 सितंबर को खत्म हो रहा है और नए अध्यक्ष का चुनाव होने वाला है.
कुश्ती संघ इस बात को मानता है कि जैसे जैसे वोटिंग का दिन करीब आता जा रहा है, उनका तनाव बढ़ता जा रहा है, "लेकिन दूसरे दो खेलों के साथ भी ऐसा ही हो रहा होगा." लालोविच कहते हैं कि वे पूरी टक्कर देने को तैयार हैं, "ये नॉकआउट मुकाबला नहीं होगा."
एजेए/एनआर (एएफपी)