WEBVTT 1 00:00:00.390 --> 00:00:04.190 डॉनल्ड ट्रंप पर हुए हमले के इतने सारे फोटो और वीडियो मेरी सोशल 2 00:00:04.200 --> 00:00:06.820 मीडिया फीड में आए हैं कि दिमाग में बस गए हैं. 3 00:00:06.830 --> 00:00:10.990 जब ऐसी कोई बड़ी घटना होती है तो सोशल मीडिया भी सुपर एक्टिव टर्बो 4 00:00:10.990 --> 00:00:12.460 मोड में चला जाता है. 5 00:00:12.470 --> 00:00:17.190 और जब हमले का निशाना अमेरिका जैसे देश का पूर्व और शायद होने वाला 6 00:00:17.200 --> 00:00:20.270 राष्ट्रपति हो, तो बड़ी हलचल तो मचनी ही थी. 7 00:00:20.590 --> 00:00:24.270 लेकिन सोशल मीडिया इसके असर को और कई गुना बढ़ा देता है. 8 00:00:24.870 --> 00:00:29.390 जैसे कि इसी मामले में देखिए. ये न्यूज और इसकी तस्वीरें कुछ ही सेकंड 9 00:00:29.390 --> 00:00:30.910 में दुनिया भर में फैल गईं. 10 00:00:30.930 --> 00:00:33.820 तरह तरह की कॉन्सपिरेसी थियरी सामने आने लगी. 11 00:00:33.830 --> 00:00:37.830 सोशल मीडिया के आम यूजर्स से लेकर बड़े-बड़े मशहूर लोग भी अपनी 12 00:00:37.830 --> 00:00:39.250 राय रखने लगे. 13 00:00:39.790 --> 00:00:43.720 ट्रंप की रैली में गोलीबारी के कुछ मिनट बाद घटना का वीडियो सोशल मीडिया 14 00:00:43.720 --> 00:00:44.770 पर शेयर हो गया. 15 00:00:44.990 --> 00:00:49.110 अमेरिकी सीक्रेट सर्विस, एफबीआई, और ट्रंप कैंपेन के किसी भी ऑफिशियल 16 00:00:49.110 --> 00:00:51.610 बयान के आने से काफी पहले. 17 00:00:51.790 --> 00:00:56.190 नतीजा ये हुआ कि बिना किसी ठोस जानकारी के सामने आए, इंटरनेट तरह 18 00:00:56.190 --> 00:00:58.780 तरह के साजिशों की कहानी से भर गया. 19 00:00:58.790 --> 00:01:02.350 इनमें से दो कहानियां खासी लोकप्रिय हुईं. 20 00:01:02.350 --> 00:01:07.270 एक दावा ये कि हमला खुद ट्रंप और उनके कैंपेन ने ही करवाया है ताकि 21 00:01:07.270 --> 00:01:10.470 वोटरों की सहानुभूति और वोट ले सकें. 22 00:01:10.470 --> 00:01:14.340 और दूसरा ये कि व्हाइट हाउस के आदेश पर ट्रंप को गोली मारी गई. 23 00:01:14.390 --> 00:01:18.060 और सीक्रेट सर्विस जानबूझकर इतनी स्लो थी. 24 00:01:18.060 --> 00:01:21.910 जाहिर है कि इन दोनों का कोई सबूत नहीं मिला. 25 00:01:21.910 --> 00:01:26.990 लेकिन फिर भी कुछ समय के लिए सोशल मीडिया ने पूरे समाज को बांट दिया. 26 00:01:27.030 --> 00:01:31.310 एक्स, इंस्टाग्राम जैसी कंपनियों पर भावनाएं उड़ेली जा रही थीं, जबकि 27 00:01:31.310 --> 00:01:33.450 फैक्ट्स किसी के पास नहीं थे. 28 00:01:33.510 --> 00:01:36.590 और आज के समय में हम एआई को कैसे भूल सकते हैं. 29 00:01:36.630 --> 00:01:38.069 उसका भी इस्तेमाल हुआ. 30 00:01:38.080 --> 00:01:41.520 कुल मिलाकर सच और झूठ का पता लगाना और कठिन हो गया. 31 00:01:42.190 --> 00:01:46.510 जैसे एआई से बदली गई इस फोटो में सुरक्षाकर्मी को मुस्कुराते हुए 32 00:01:46.510 --> 00:01:47.770 दिखा दिया गया. 33 00:01:49.960 --> 00:01:54.840 बहस पहले ही गर्म हो चली थी कि तभी इलॉन मस्क जैसे दुनियाभर में फॉलो 34 00:01:54.840 --> 00:01:58.920 किए जाने वाली शख्सियतों ने अपने अकाउंट पर पोस्ट करना शुरु कर दिया. 35 00:01:58.920 --> 00:02:02.800 एक्स के मालिक मस्क ने ट्वीट किया कि वो ट्रंप का पूरी 36 00:02:02.800 --> 00:02:03.990 तरह से समर्थन करते हैं. 37 00:02:04.000 --> 00:02:07.050 यह ट्वीट एक्स पर खूब फैली. 38 00:02:07.390 --> 00:02:10.940 एक एक कर साजिश भरी कहानियों के समर्थक जुड़ते गए. 39 00:02:11.389 --> 00:02:15.110 कई नेताओं में भी ऐसे निराधार दावे फैलाने की जल्दी दिखी. 40 00:02:15.560 --> 00:02:18.790 रिपब्लिकन नेता मार्जरी टेलर ग्रीन और डेमोक्रैट 41 00:02:18.790 --> 00:02:20.730 नेता एंटोनियो पार्किंसन को ही लीजिए. 42 00:02:23.560 --> 00:02:28.030 सच ये है कि दोनों ही तरफ के ज्यादातर नेताओं ने ट्रंप पर हमले की 43 00:02:28.030 --> 00:02:29.130 कड़ी निंदा की थी. 44 00:02:29.510 --> 00:02:33.910 लेकिन सोशल मीडिया के एल्गोरिद्म ऐसे हैं कि हमारी फीड में ज्यादा चटकारों 45 00:02:33.910 --> 00:02:37.590 वाले, हमें आपस में बांटने वाले कंटेंट कहीं ज्यादा दिखते हैं. 46 00:02:40.400 --> 00:02:44.280 सीधे सीधे कहें तो सोशल मीडिया एल्गोरिद्म का मकसद सिर्फ हमें 47 00:02:44.280 --> 00:02:48.280 ज्यादा से ज्यादा समय तक सोशल प्लेटफॉर्म पर रखने का है. 48 00:02:48.800 --> 00:02:51.060 उसके लिए चाहे उन्हें जो दिखाना पड़े. 49 00:02:51.230 --> 00:02:54.430 खासकर राजनीति के मामले में इसका गंभीर असर होता है. 50 00:02:54.430 --> 00:02:59.150 यूजर का ध्यान खींचने और उन्हें ऐसी साइटों पर बनाए रखने में इमोशनल 51 00:02:59.150 --> 00:03:02.790 बातें किसी भी फैक्ट से ज्यादा कारगर दिखाई देती हैं. 52 00:03:03.350 --> 00:03:09.150 मस्क की ऐसी एक इमोशनल फोटो पोस्ट, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा 53 00:03:09.150 --> 00:03:12.710 के इस फैक्चुअल ट्वीट के मुकाबले कहीं ज्यादा रिएक्शन और 54 00:03:12.710 --> 00:03:14.180 कमेंट्स पाती है. 55 00:03:14.190 --> 00:03:18.110 यही कारण है कि सोशल मीडिया के एल्गोरिद्म ऐसी राय बांटने वाले 56 00:03:18.110 --> 00:03:22.790 कंटेंट, खासकर पॉलिटिकल बातें, भर भर के हमारी फीड में डालते हैं. 57 00:03:22.830 --> 00:03:25.500 कई प्लेटफार्म्स इस समस्या के उपाय खोज रहे हैं. 58 00:03:25.510 --> 00:03:30.030 जैसे फरवरी में, इंस्टाग्राम ने कहा कि वह अब किसी अकाउंट से पोस्ट किए 59 00:03:30.030 --> 00:03:34.110 गए पोलिटिकल कंटेंट को केवल उसके फॉलोअर्स की फीड में ही भेजेगा, नए 60 00:03:34.110 --> 00:03:35.770 लोगों को रेकमेंड नहीं करेगा. 61 00:03:36.670 --> 00:03:40.950 दूसरी ओर, एक्स, मेटा और यूट्यूब जैसी सोशल मीडिया कंपनियों ने ऐसे 62 00:03:40.950 --> 00:03:46.110 टूल्स या तो कमजोर या फिर पूरी तरह से हटा दिए हैं जो पॉलिटिक्स से जुड़ी 63 00:03:46.110 --> 00:03:48.860 गलत जानकारियों से लड़ सकें. 64 00:03:48.870 --> 00:03:53.990 यही कारण है कि आपको वहां हर तरह झूठी सूचनाएं, साजिशें और लोगों में 65 00:03:53.990 --> 00:03:57.270 गुस्सा जगाने वाली यानि रेज बेट खूब दिखती है. 66 00:04:00.310 --> 00:04:04.190 हम जो कुछ भी ऑनलाइन देखते हैं, उसे सच मान लेने के बजाय 67 00:04:04.310 --> 00:04:06.090 सावधान रहना चाहिए. 68 00:04:06.150 --> 00:04:10.070 ध्यान दीजिए कि किसी भी मीडिया नहीं केवल अपने भरोसे के मीडिया चैनल को 69 00:04:10.070 --> 00:04:11.020 ही फॉलो करें. 70 00:04:11.030 --> 00:04:13.460 किसी भी बात के सोर्स पर सवाल करें. 71 00:04:13.470 --> 00:04:17.310 अगर पोस्ट में ये साफ नहीं है तो उसे सच ना मानें. 72 00:04:17.310 --> 00:04:21.550 ये भी देखें कि क्या किसी बात की पुष्टि और किसी सोर्स से हो सकती है. 73 00:04:21.830 --> 00:04:25.110 अगर न्यूज सच है तो बाकी जगहों पर भी मिलनी चाहिए. 74 00:04:25.110 --> 00:04:29.550 देखिए कि किसी भी दावे को साबित करने के लिए कौन से सबूत दिए गए हैं. 75 00:04:29.670 --> 00:04:33.820 आजकल फैक्ट चेक के बिना कुछ भी मानने लायक नहीं है. 76 00:04:33.820 --> 00:04:37.390 आंखों के साथ साथ दिमाग भी खुला रखिए. 77 00:04:37.390 --> 00:04:38.270 फिर मिलेंगे.