हेल्मुट कोल: एक महान राजनेता
१६ जून २०१७हेल्मुट कोल जर्मन और यूरोपीय एकीकरण के चांसलर थे. 16 साल तक जर्मनी के चांसलर, 25 से ज्यादा साल तक क्रिश्चियन डेमोक्रैटिक पार्टी के प्रमुख - यह डटे रहने की अभूतपूर्व शक्ति, अपनी बात मनवाने की ताकत, सत्ता में बने रहने की फौलादी इच्छा के अलावा चुनावों में जीत हासिल करने का लोकतांत्रिक सौभाग्य भी दिखाता है. हेल्मुट कोल चार बार देश के चांसलर चुने गए, राजनीतिक जीवन की एक प्रभावशाली उपलब्धि.
और पार्टी के तकरीबन स्थायी प्रमुख के रूप में स्वयं अपनी कतारों में हो रहे विकास को भांपने की क्षमता और आलोचना की आवाजों के प्रति संदेह विख्यात है. लेकिन 1989 में जब वे ब्रेमेन में हुई पार्टी कांग्रेस में अपना पद बचाने का संघर्ष कर रहे थे, तो बर्लिन की दीवार के गिरने ने उनकी जान बचा ली. और कोल ने साम्यवादी सरकारों के पतन से पैदा हुए मौके का अपने और अपने देश के लिए इस्तेमाल किया. उन्होंने इतिहास रचा. उन्होंने ऐतिहासिक मौके का उपयोग किया. कोल इन महीनों में राजनेता बन गए.
निःसंदेह हेल्मुट कोल जर्मन एकीकरण के चांसलर हैं. वे वह राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने देश के अंदर और बाहर हिचकिचाहट, डर और शंका को नजरअंदाज कर दिया और नवंबर 1989 से लक्ष्यबद्ध तरीके से जर्मनी के एकीकरण का प्रयास किया और 3 अक्तूबर 1990 में इसे पूरा कर लिया. उन्होंने मौका आने पर राजनीतिक और ऐतिहासिक सूझबूझ दिखाई. इसके साथ वे कुछ लोगों के लिए 20वीं सदी के बिस्मार्क बन गए.
हेल्मुट कोल सिर्फ एक जर्मन देशभक्त ही नहीं थे जिन्होंने पूर्वी यूरोप में हो रहे उथल पुथल का लाभ उठाया था. रिकॉर्ड समय तक देश के चांसलर रहे हेल्मुट कोल प्रतिबद्ध यूरोपीय भी थे. एक राजनीतिज्ञ जो 16 साल तक अनगिनत यूरोपीय शिखर सम्मेलनों में यूरोपीय एकता को बढ़ावा देने के लिए हमेशा तैयार रहता था. चाहे वह यूरोपीय समुदाय रहा हो, बढ़ता यूरोपीय संघ या मध्य यूरोप के देशों के लिए सदस्यता की संभावना जो 2004 में संभव हुआ.
हेल्मुट कोल यूरोपीय साझा मुद्रा यूरो के जनक भी थे. यह यूरोपीय राजनेता के उनके दर्जे को पुख्ता करता है. क्योंकि बड़ी ऐतिहासिक विरासत में उन्होंने यह बात समझी थी कि एक साझा मुद्रा और ताकतवर डॉयचे मार्क का त्याग ही फ्रांस, ब्रिटेन और दूसरे देशों में लोगों की नाराजगी दूर कर सकेगा. एक सही फैसला जिसने पुराने महादेश की एकता को पक्का कर दिया.
हेल्मुट कोल एक राजनेता थे. वे एक ऐसे राजनीतिज्ञ थे जो एक साथ जर्मन एकीकरण और यूरोपीय एकता के पक्ष में थे. बड़ी राजनीतिक प्रतिबद्धता वाला एक इंसान जो सही पहचाने गए. और इस बात ने उन्हें जर्मनी में होने वाली आलोचनाओं से परे खासकर विदेश में सम्मानित राजनेता का दर्जा दिलवाया.