हेडली से जल्द ही पूछताछ की जाएगी-भारत
२४ मार्च २०१०यह पूछने पर कि भारत में अमेरिकी राजदूत टिमोथी जे रोमर का बयान हेडली मामले में अमेरिका का यूटर्न था, पी चिदंबरम ने कहा, "मैं ऐसा नहीं सोचता.हेडली से भारत की सीधी पूछताछ के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है."
मंगलवार को रोमर ने नई दिल्ली में कहा था कि हेडली से सीधे पूछताछ के बारे में अमेरिका ने कोई फ़ैसला अभी नहीं लिया है. इस बयान को अमेरिका का ढुलमुल रवैया करार दिया गया और वामपंथी दलों को एक बार फिर अमेरिका भारत संबंधों पर सवाल उठाने का मौक़ा मिला.
चिदंबरम ने कहा, "अगर आप (रोमर के) उस वाक्य को ध्यान से पढ़ेंगे तो आपको समझ में आएगा कि अमेरिकी एटॉर्नी जरनल(एरिक होल्डर) के बयान में और इसमें कोई विरोधाभास नहीं है." मंगलवार रात गृहसचिव जी के पिल्लई ने कहा कि भारत रोमर की टिप्पणी पर ध्यान नहीं दे रहा और अपने जांचकर्ता अमेरिका जल्द भेजेगा.
हेडली ने 18 मार्च को अमेरिकी अदालत में मुंबई के आंतकवादी हमलों की साजिश रचने का जुर्म कबूल कर लिया. इन हमलों में 166 लोग मारे गए जिनमें छह अमेरिकी भी शामिल थे. हेडली के बारे में थीस ने कहा, "वह अमेरिकी हिरासत में है. उससे पूछताछ को लेकर सुरक्षा के मुद्दे तो जुड़े हैं ही."
बहुत संभव है कि भारत अप्रैल में जांचकर्ताओं को अमेरिका भेजे.
पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आंतकवादी डेविड हेडली के वकील ने कहा कि वह भारतीय अधिकारियों के साथ सहयोग करेगा बशर्ते अमेरिकी सरकार उसे इस बात की इजाजत दे. हेडली मुंबई हमलों की साजिश रचने का जुर्म कबूल चुका है.
हेडली के वकील जॉन थीस ने कहा है कि मौत की सजा से माफी के बदले हुई सौदेबाजी में शामिल बातों के मुताबिक भारतीय अधिकारी हेडली से पूछताछ कर सकते हैं.
रिपोर्टः पीटीआई/आभा मोंढे