पानी के जहाज के नीचे पंखे जैसे प्रोपैलर लगे होते हैं. जब ये घूमते हैं तो उनसे पैदा होने वाली ताकत से शिप को पानी में चलने के लिए बल मिलता है. मशहूर टाइटेनिक जहाज में तीन प्रोपैलर थे, जिनमें सबसे बड़े का व्यास था 23 फीट. आज के जहाजों में इससे कहीं बड़े प्रोपैलर लगते हैं. देखिए कैसे बनाया गया जर्मनी में दुनिया के सबसे बड़े जहाज का प्रोपैलर.