हर नूडल आपके लिए सही नहीं
भागदौड़ के जीवन में इंस्टेंट नूडल यानि झटपट गर्म पानी डालकर तैयार होने वाले नूडल ने अपनी जगह बना ली है. लेकिन इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं जो आपके लिए बेहद नुकसानदेह हैं.
'सूप' में मैगी
1980 के दशक की शुरुआत में बाजारों में आई स्विस कंपनी नेस्ले की यह नई पेशकश जल्दी ही फटाफट और आसान कुकिंग का पर्याय बन गई. अपने घरों से दूर अकेले रहने वाले छात्रों, छोटे बच्चों और करोड़ों लोगों की पसंद रहा मैगी नूडल इस समय भारत में गहरे संकट या 'सूप' में जा पड़ा है. इसमें सेहत को नुकसान पहुंचाने वाले तत्व जैसे एमएसजी और सीसा तय सीमा से अधिक मात्रा में पाए गए हैं.
शरीर की पोषण सोखने की क्षमता
अगर आप इंस्टेंट नूडल खाने के बाद हरी सब्जियां या सेहतमंद खाना खाते हैं तो उसका ज्यादा फायदा नहीं होता. कारण यह है कि नूडल के कारण आपकी पाचन प्रक्रिया कुछ घंटों के लिए काफी धीमी पड़ जाती है और इसीलिए शरीर पोषक तत्वों को ठीक से सोख नहीं पाता.
कैंसर का खतरा
इंस्टेंट नूडल में प्रिजर्वेटिव्स और एंटीफ्रीज जैसे कई तत्व होते हैं जो कैंसर पैदा कर सकते हैं. ये नूडल अक्सर पोलीस्टाइरीन के कप में आते हैं जिसमें कैंसर पैदा करने वाले डायॉक्सिंस होते हैं. गर्म पानी डालने पर ये नूडल में घुल सकते हैं.
सोडियम की अत्यधिक मात्रा
सोडियम के उच्च स्तर से गुर्दे में पथरी की दिक्कत हो सकती है. एक नूडल के पैक में करीब 800 मिलीग्राम सोडियम होता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक दिन भर में आपके भोजन में सोडियम की मात्रा 2400 मिलीग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
एमएसजी के प्रभाव
इंस्टेंट नूडल में फ्लेवरिंग के लिए इस्तेमाल होने वाला एमएसजी यानि मोनोसोडियम ग्लूटामेट होता है. इससे सिर या सीने में दर्द की तकलीफ हो सकती है. एमएसजी से कैंसर का खतरा भी रहता है.
एंटीफ्रीज तत्व
इंस्टेंट नूडल में एंटीफ्रीज तत्व भी होते हैं जैसे कि प्रोपिलीन ग्लाइकॉल. इससे स्वास्थ्य को कई तरह के खतरे हो सकते हैं जैसे जिगर, हृदय या गुर्दे की बीमारियां. इससे शरीर की रोग प्रतिरोधी क्षमता भी घटती है.