हमास का यूथ कैंप
प्रतिबंधों और आर्थिक परेशानियों के बावजूद हमास जैसा आतंकी संगठन गजा पट्टी में अब भी युवाओं के लिए समर कैंप चला रहा है. इस कैंप में हिस्सा लेने वालों को गुरिल्ला स्टाइल युद्ध की ट्रेनिंग दी जाती है.
हिंसा सिखाता समर कैंप
दुनिया के कई देशों में समर कैंपों के दौरान रॉक क्लाइबिंग, स्विमिंग या स्पोर्ट्स सिखाये जाते हैं. लेकिन हमास इस दौरान भविष्य के लड़ाकों की फौज तैयार करता है.
हजारों की तादाद
हमास के समर कैंप में सैकड़ों नहीं, बल्कि हजारों युवा हिस्सा लेते हैं. आम तौर पर इनकी संख्या 15,000 से 25,000 के बीच होती है. ट्रेनिंग सेना जैसी कड़ी होती है. यह तस्वीर दक्षिणी गजा पट्टी के राफा समर कैंप की है.
खतरनाक ट्रेनिंग
समर कैंप के दौरान फलीस्तीनी किशोर आग जैसे खतरों की भी परवाह नहीं करते. इन तस्वीरों से अंदाजा लगता है कि वहां संघर्ष किस कदर समाज के बीच जा चुका है.
कैंप नहीं अभियान
इस कैंप का इस्तेमाल कर हमास किशोरों को इस्राएल के खिलाफ भड़काता भी है. हमास के मुताबिक एक अलग फलस्तीनी राष्ट्र के निर्माण के लिए वह युवाओं को यह ट्रेनिंग दे रहा है.
दोहरा चेहरा
एक तरफ हमास बच्चों को लड़ने की ट्रेनिंग देता है और दूसरी तरफ हमलों में बच्चों के इस्तेमाल की आलोचना करता है.
खुद को बचाओ
लड़ाई के साथ साथ कैंप में हिस्सा लेने वालों को प्राथमिक उपचार और राहत व बचाव करना भी सिखाया जाता है. रिपोर्ट: एपी/ओएसजे (रॉयटर्स)