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हमले पर विचार के लिए दक्षिण कोरिया में बैठक

२५ नवम्बर २०१०

दक्षिण कोरिया की सरकार उत्तरी कोरिया के आर्टिलरी हमले के असर पर विचार करने के लिए आपात बैठक कर रही है जबकि सियोल और अमेरिका ने रविवार से पीले सागर में संयुक्त सैनिक अभ्यास करने की घोषणा की है.

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तस्वीर: AP

बढ़ते विवाद के बीच दक्षिण कोरिया और अमेरिका अपनी ताकत का प्रदर्शन करने के लिए एक संयुक्त सैनिक अभ्यास करेंगे. रविवार से पीले सागर में होने वाले साझा सैनिक अभ्यास में अमेरिकी विमानवाहक युद्धपोत जॉर्ज वाशिंग्टन भी भाग लेगा. अमेरिकी सेना ने दावा किया है कि अभ्यास सुरक्षात्मक है और उसकी योजना पहले से ही थी. जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने दक्षिण कोरिया को अपने देश के पूरे समर्थन का आश्वासन दिया है.

NO FLASH nordkoreanischen Beschuss der südkoreanischen Insel Yonpyong
तस्वीर: AP

मंगलवार को विवादास्पद समुद्री सीमा पर स्थित दक्षिण कोरिया के छोटे से द्वीप पर उत्तर कोरिया के आर्टिलरी हमले में चार लोग मारे गए थे जिनमें दो सेना के जवान भी थे. उसके बाद दोनों देशों के बीच कुछ घंटों तक गोलीबारी हुई थी.

दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति राष्ट्रपति ली म्यूंग बाक गुरुवार को उच्च अधिकारियों के साथ देश की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव पर विचार कर रहे हैं. यह बैठक देश की अर्थव्यवस्था पर हमले के असर को रोकने के लिए बुलाई गई है. बैठक में तनाव से एशिया की चौथी अर्थव्यवस्था को प्रभावित होने से रोकने के कदमों पर विचार किया जा रहा है.

उधर उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया से उकसावे की स्थिति में सैनिक हमलों की धमकी दी है और आर्टिलरी गोलाबारी के लिए अमेरिका को भी जिम्मेदार ठहराया है. प्योंगयांग के सैनिक प्रतिनिधि ने अमेरिकी सेना को भेजे गए संदेश में कहा है कि 1950-53 के बीच चले कोरिया युद्ध के बाद अवैध समुद्री सीमा खींचने में अपनी भूमिका के लिए अमेरिका की गलती है. सरकारी समाचार एजेंसी ने संदेश के हवाले से कहा है कि कोरिया का पश्चिमी सागर तनाव क्षेत्र बन गया है जहां उत्तर और दक्षिण कोरिया के बीच टकराव और झगड़े का जोखिम स्थायी है क्योंकि अमेरिका ने अकेले ही अवैध उत्तरी सीमा खींच दी है.

Südkorea Insel Yeonpyeong Konflikt mit Nordkorea
तस्वीर: AP

उत्तर कोरिया इस सीमा को स्वीकार नहीं करता है. विवादास्पद सीमा पर 1999, 2002 और गत नवम्बर में खूनी झड़पें हो चुकी हैं. उत्तर कोरिया ने मंगलवार को हुई लड़ाई के लिए दक्षिण कोरिया को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा है कि उसके सैनिकों ने उत्तर की समुद्री सीमा में गोलीबारी की. दक्षिण कोरिया ने इस आरोप को ठुकरा दिया है.

इस बीच अमेरिका में सेना प्रमुख एडमिरल माइक मुलेन ने कहा है कि वॉशिंगटन अपने साथियों के साथ हमले के जवाब पर विचार कर रहा है. उन्होंने कहा, "चीन के लिए इसमें अगुआ भूमिका निभाना बहुत महत्वपूर्ण है." उन्होंने कहा कि एक देश जिसका प्योंगयांग पर प्रभाव है, वह चीन है, इसलिए उनका नेतृत्व बहुत जरूरी है.

चीन के विदेश मंत्री ने इस सप्ताह के लिए नियोजित दक्षिण कोरिया का अपना दौरा स्थगित कर दिया है जबकि मॉस्को के दौरे पर गए चीनी प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ ने किसी भी उकसावे वाली सैनिक कार्रवाई का विरोध किया है और सभी पक्षों से संयम दिखाने को कहा है. कोरियाई तनाव पर चीन की पहली प्रतिक्रिया में वेन ने उत्तरी कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को बंद करने के लिए छह देशों की बातचीत फिर से शुरू करने की अपील की है.

जर्मन सरकार ने हमले की बेहद तीखे शब्दों में निंदा की है और विरोध जताने के लिए उत्तर कोरिया के राजदूत को तलब किया. चांसलर अंगेला मैर्केल ने चीन से अपील की है कि वह अपने साथी पर अपने प्रभाव का इस्तेमाल करे.

रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा

संपादन: वी कुमार

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