हत्यारे ब्लेड रनर की सजा दोगुनी
२४ नवम्बर २०१७हाई कोर्ट से छह साल की सजा पाने वाले ऑस्कर पिस्टोरियस को अब 12 साल पांच महीने और जेल में रहना होगा. मृतक रीवा स्टीनकैंप के घरवालों की अपील पर फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पिस्टोरियस की सजा दोगुनी की. नकली पैरों के सहारे दौड़ने और लॉन्ग जंप लगाना वाला एथलीट ऑस्कर पिस्टोरियस अपनी गर्लफ्रेंड रीवा स्टीनकैंप की हत्या का गुनहगार है.
पिस्टोरियस ने 2013 में वैलेंटाइन्स डे की सुबह रीवा स्टीनकैंप की हत्या की. निचली अदालत में सुनवाई के दौरान पिस्टोरियस ने बार बार कहा कि उसे घर में लुटेरे के घुसने का अहसास हुआ. और इसी वजह से उसने गोलियां चलाईं. अदालत ने उसे आपराधिक नरसंहार का दोषी करार दिया और छह साल की सजा सुनाई.
इसी सजा के खिलाफ परिवार और अभियोजन पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर की. 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को उलट दिया और दोषी एथलीट को हत्या की धाराएं लगाईं. इसके बाद सजा पर बहस हुई. अभियोजन पक्ष ने साफ कहा कि दोषी को बहुत नरम सजा दी गई है. करीब पांच साल की लंबी अदालती लड़ाई के बाद 24 नवंबर 2017 को सुप्रीम कोर्ट की पांच जजों वाली बेंच ने चंद मिनटों में अभियोजन पक्ष की दलील को माना और सजा बढ़ा दी. कुल सजा 13 साल पांच महीने की कर दी गई.
'बाथरूम में की प्रेमिका की हत्या'
शुक्रवार के फैसले के बाद प्रोस्थेसिस (नकली अंग) के सहारे एथेलेटिक्स में रिकॉर्ड बनाने वाले पिस्टोरियस के खेल करियर पर भी पूर्ण विराम लग सकता हैं. 31 साल का पिस्टोरियस करीब साल भर की सजा काट चुका है. और एक 12 साल पांच महीने की सजा बाकी है.
(ब्लेड रनर की कहानी)
ओएसजे/एमजे (एपी, एएफपी, रॉयटर्स)