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स्कूल में जर्मन किशोर के हमले से दस घायल

१७ सितम्बर २००९

दक्षिण जर्मनी के आन्सबाख शहर के एक स्कूल में 18 वर्षीय एक किशोर ने एक कुल्हाड़ी व मोलोतोव कॉकटेल से हमले करते हुए 10 लोगों को घायल कर दिया. इनमें से तीन गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

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आन्सबाख के स्कूल में पुलिस बचाव दलतस्वीर: AP

आन्सबाख शहर न्युरेमबर्ग के निकट है, जहां पुलिस के प्रवक्ता पेटर ग्रिम ने कहा कि हमलावर को इस बीच गिरफ़्तार कर लिया गया है. वह घायल है और उसे अस्पताल भेजा गया है. स्थानीय समय के अनुसार सुबह आठ बजकर 35 मिनट पर वह स्कूल में घुस आया था और कुछ ही मिनट बाद उस पर काबू पा लिया गया. अब तक प्राप्त सूचनाओं के अनुसार वह अकेले ही वहां गया था. एहतियाती तौर पर स्कूल को तुरंत खाली करवा लिया गया था. पूरे हादसे में किसी की जान नहीं गई है, लेकिन 11वीं कक्षा की एक छात्रा को सिर में आततायी की कुल्हाड़ी से चोट लगी है और उसकी हालत गंभीर है. इसके अलावा नौंवीं कक्षा की एक छात्रा बुरी तरह से जल गई है. कुल मिलाकर आठ छात्र व एक शिक्षक घायल हुए हैं. आततायी ने दो कक्षाओं में पेट्रोल बम फ़ेंके थे.

पुलिस द्वारा दी गई सूचनाओं के अनुसार एक कुल्हाड़ी, चाकू व तीन पेट्रोल बम लेकर यह युवक स्कूल में घूस आया था. उसने दो कमरों में पेट्रोल बम फ़ेंके, लेकिन एक ही कमरे में आग लगी. 13वीं कक्षा के एक छात्र ने इस बीच अलार्म सिगनल चालू कर दिया था, जिसकी वजह से पुलिस को तुरंत पता चल गया. इस बीच स्कूल के छात्र आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे.

पुलिस का दल जब स्कूल पहुंचा, तो आततायी शौचालय में छिपा हुआ था. आत्मसमर्पण करने के बजाय पुलिसकर्मियों से हाथापाई करने के कारण पुलिस को गोली चलानी पड़ी. उसे कुल मिलाकर पांच गोलियां लगी. बवेरिया के गृहमंत्री योआखिम हैरमान्न ने कहा है कि पुलिस की मुस्तैदी की वजह से स्थिति पर जल्द काबू पाया जा सका. उन्होंने बताया कि आततायी युवक की हालत भी काफ़ी गंभीर है.

लगभग 6 माह पहले विन्नेडेन शहर में एक 17 वर्षीय किशोर ने अपने पिता की बंदूक का इस्तेमाल करते हुए अपने स्कूल में 15 लोगों की हत्या कर दी थी. गाड़ी सहित एक चालक को बंधक बनाकर भागने की कोशिश के बाद उसने गोली चलाकर आत्महत्या कर ली थी. तभी से पुलिस ऐसी घटनाओं के प्रति चौकस बनी हुई है. विन्नेडेन की घटना के बाद ख़ासकर इंटरनेट पर कई बार ऐसे हमलों की चेतावनी दी गई है, और कई बार स्कूलों को एहतियाती तौर पर खाली करवाया गया है. सन 2002 में जर्मनी में पहली बार एरफ़ुर्ट के एक स्कूल में ऐसी घटना हुई थी, जबकि एक किशोर ने अंधाधुंध गोली चलाते हुए 17 लोगों की हत्या कर दी थी.

रिपोर्ट: एजेंसियां/उज्ज्वल भट्टाचार्य

संपादन: महेश झा