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समाज

सेक्स चेंज कराने के बाद अब शादी की तैयारी

१ सितम्बर २०१७

मुंबई में सेक्स बदलने वाले एक क्लीनिक में दो लोगों के बीच प्यार हुआ. पिछले दिनों उनकी सगाई हुई और अब वे पारंपरिक तरीके से शादी करने की योजना बना रहे हैं.

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Indien Hijra Das dritte Geschlecht
फोटो सांकेतिक हैतस्वीर: picture alliance/dpa/Jagadeesh Nv

आरव अप्पुकुट्टन का जन्म एक लड़की के रूप में हुआ जबकि सुकन्या कृष्णा का जन्म एक लड़के के तौर पर. दोनों अपना सेक्स बदलवाना चाहते थे. तीन साल पहले मुंबई के एक क्लीनिक में दोनों डॉक्टरों से मिलने के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे. ये उन दोनों की पहली मुलाकात थी. दोनों ने एक दूसरे को अपना नंबर दिया और यहीं से उनके प्यार की शुरुआत हुई. अप्पुकुट्टन का कहना है, "हमने महसूस किया कि हमें एक दूसरे की चिंता थी, हमें एक दूसरे की परवाह थी." 

46 वर्षीय अप्पकुट्टन का कहना है, "मेरी तमन्ना है कि सुकन्या के साथ कानूनी तौर पर शादी करके मैं अपना पूरा जीवन बिताऊं." लगभग तीन दशक की कशमकश के बाद अप्पुकुट्टन सेक्स चेंज कराकर एक महिला से पुरूष बने. वह कहते हैं, "हम अपने आधिकारिक दस्तावेजों में बदलाव का इंताजार कर रहे हैं. उसके बाद हम केरल में जाकर शादी करेंगे."

इस जोड़े को अपनी शादी में कोई कानूनी अड़चन तो दिखायी नहीं देती, लेकिन वे इस बात को लेकर चिंतित जरूर हैं कि समाज उन्हें किस नजर से देखेगा. कृष्णा का कहना है, "ट्रासंजेंडर समुदाय में हिजड़ा समेत सभी लोगों के साथ गालीगलौज होता है और हर दिन उन पर हमले होते हैं. परिवारों को चिंता लगी रहती है कि समाज उनके ट्रांस बच्चों के साथ कैसा सलूक करेगा. लेकिन समाज को बदलना होगा."

भारत में आम तौर पर ट्रांसजेंडर लोगों को हाशिये पर रखा जाता है. ऐसे बहुत से लोगों को या तो भीख मांगकर गुजारा करना पड़ता है या फिर उन्हें वेश्यावृत्ति करनी पड़ती है. अप्पुकुट्टन को अपनी सर्जरी के बाद काम तलाशने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी. उन्हें दुबई जाने के लिए वीजा नहीं दिया गया.

कृष्णा की उम्र 21 साल है. जब उन्होंने महिला बनने की इच्छा जतायी तो उनके परिवार ने उन्हें हॉर्मोन के इंजेक्शन दिये. उनका कहना है कि अप्पुकुट्टन के साथ उनके रिश्ते को लेकर काफी कुछ बुरा भला कहा गया लेकिन उनका इससे पीछे हटने का कोई इरादा नहीं है. कृष्णा का कहना है, "लोग हमारे बारे में अच्छी बातें नहीं करते हैं. वे हमें खरी खोटी सुनाते हैं. इसलिए हम समाज और युवा ट्रांसजेंडर लोगों के लिए अपनी कहानियों से एक मिसाल कायम करने जा रहे हैं."

यह जोड़ा शादी के बाद एक बच्चे को कानूनी रूप से गोद भी लेना चाहता है. अप्पुकुट्टन कहते हैं, "अपनी शारीरिक सीमाओं के बावजूद हम अपनी जिंदगी में एक बच्चा चाहते हैं, तो हम उसे गोद लेंगे. हमारी जिंदगी बेहतर होगी और हम एक संपूर्ण परिवार बनेंगे."

एके/आरपी (एएफपी)