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सुरक्षा और डेंगू से चिंता में राष्ट्रमंडल देश

१६ सितम्बर २०१०

कॉमनवेल्थ गेम्स के दौरान सुरक्षा और डेंगू बीमारी के मामलों पर चिंता के बीच सरकार ने राष्ट्रमंडल देशों के भारत में उच्चायुक्तों को खेलों की तैयारियों पर जानकारी दी. सरकार के मुताबिक सभी देशों ने तैयारियों पर संतोष जताया.

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तस्वीर: UNI

भारत की विदेश सचिव निरुपमा राव ने उच्चायुक्तों के साथ करीब डेढ़ घंटे तक चली बैठक में उन्हें सुरक्षा, डेंगू बुखार, निर्माण कार्य सहित अन्य बातों की जानकारी दी. निरुपमा राव का कहना है कि सभी देश जानना चाहते हैं कि बीमारी और सुरक्षा चुनौती से निपटने के लिए भारत क्या कदम उठा रहा है और वे सभी भारत सरकार के जवाब से संतुष्ट हैं. हाई कमिश्नर के साथ हुई बैठक में भारत की विदेश सचिव के अलावा स्वास्थ्य सचिव के सुजाता राव और खेल सचिव सिंधुश्री खुल्लर भी उपस्थित थे.

निरुपमा राव ने बैठक के बाद बताया, "स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर हर कोई पूछना चाहता था. इसके अलावा आयोजन स्थल की तैयारियां कहां तक पहुंची हैं, उदघाटन और समापन समारोह के लिए निमंत्रण व्यवस्था, आधिकारिक रुप से मान्यता मिलने की व्यवस्था के बारे में भी पूछा गया और हमने उन्हें पारदर्शी और खुले माहौल में जवाब दिए."

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सुरक्षा बंदोबस्त और डेंगू बुखार से चिंता में कॉमनवेल्थ देशतस्वीर: AP

निरुपमा राव ने विश्वास जताया है भारत में इन खेलों का आयोजन सफल साबित होगा और निर्माण कार्य समय रहते निपट जाएंगे. राव के मुताबिक सुरक्षा मामलों पर जानकारी देने के लिए गृह मंत्रालय ने एक कार्यप्रणाली विकसित की है जिसके अंतर्गत हर रोज जानकारी दी जाएगी. "गृह मंत्रालय तो इस संबंध में सूचना उपलब्ध कराएगी ही, विदेश मंत्रालय भी इस काम में मदद करेगा. मुझे लगता है कि उच्चायुक्त हमारी तैयारियों से संतुष्ट हैं."

जब निरुपमा राव से पूछा गया कि उच्चायुक्त सबसे ज्यादा चिंतित किस बात से हैं तो उन्होंने बताया कि निर्माण कार्य के समय से पूरा होने जाने पर काफी सवाल पूछे गए. विदेश सचिव के मुताबिक उच्चायुक्तों को कुछ आयोजन स्थलों पर ले जाने की योजना है. कुछ तो बैठक के बाद ही ध्यान चंद स्टेडियम चले गए जहां हॉकी के मुकाबले होने हैं. दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स पर बारिश, डेंगू बुखार और सुरक्षा खतरे का साया है और उनका आयोजन सरकार के लिए चुनौती बना हुआ है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा एम

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