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समाज

सुनहरे सपने का कड़वा सच

५ अक्टूबर २०१८

33 साल के रहमतुल्लाह पाकिस्तान में बैंकर थे, लेकिन एक बेहतर जिंदगी का सपना आज उनके लिए कड़वा सच बन गया है. वह और उनका परिवार ग्रीस में बेघर रिफ्यूजी बन गए हैं.

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चूर-चूर होते पाकिस्तानियों के ख्वाब