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'सीरिया में हत्याओं पर सुरक्षा परिषद की बैठक हो'

१२ मार्च २०१२

सीरिया के विपक्ष ने मांग की है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई जाए और इसमें सीरिया में हुई 47 हत्याओं के बारे में कार्रवाई की जाए.

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तस्वीर: picture-alliance/dpa

सीरिया के विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सत्ता समर्थक सेना ने होम्स में 47 महिलाओं और बच्चों को मार दिया. सीरिया के विपक्षी कार्यकर्ता हादी अब्दुल्लाह के हवाले से एएफपी समाचार एजेंसी ने लिखा है कि 26 बच्चों और 21 महिलाओं के शव मिले हैं जिनका या तो गला काट दिया गया है या फिर उन्हें चाकू घोंप के मार दिया गया है. यह शव कर्म एल जायतून और अल अदवैयेह में मिले हैं. उन्होंने बताया कि कुछ बच्चों के सिर पर वार किया गया और कुछ महिलाओं का बलात्कार करने के बाद उन्हें मारा गया.

मुख्य विपक्षी ग्रुप सीरियाई राष्ट्रीय परिषद (एसएनसी) ने मांग की है कि सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई जाए और उसमें इन हत्याओं का मामला उठाया जाए.

उधर सरकारी टीवी चैनल ने आरोप लगाया है कि हथियारबंद गिरोहों ने ये हत्याएं की हैं. टीवी के मुताबिक इन लोगों ने होम्स के निवासियों का अपहरण किया, उनकी हत्या की और फिर इसका वीडियो फुटेज बनाया ताकि सीरियाई सेना का नाम खराब हो.

संयुक्त राष्ट्र और अरब लीग के विशेष दूत कोफी अन्ना के दमिश्क से निकलने के बाद यह खबर आई. सीरिया में साल भर से जारी हिंसा में अब तक साढ़े आठ हजार से ज्यादा लोगों के मारे जाने के समाचार हैं.

Kofi Annan in Damascus in Syrien
कोफी अन्नान की कोशिशतस्वीर: picture-alliance/dpa

मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का कहना है कि सप्ताहांत में डेढ़ सौ लोग मारे गए जिनमें से 61 सेना और हथियारबंद उग्रवादियों की गोलीबारी में फंसने के कारण मारे गए. लेकिन अधिकतर मौतें सीरियाई सेना के हमलों में हुई.

उधर अन्नान. जो हिंसा खत्म करने के उद्देश्य से पहली बार सीरिया मिशन पर गए थे, उन्हें रविवार को असद के साथ बातचीत में सकारात्मक संकेत मिले. यह मुश्किल होगा. "यह निश्चित ही कठिन है लेकिन हमें उम्मीद रखनी होगी और मुझे उम्मीद है. हालात इतने खराब और खतरनाक हैं कि हम विफल होने का जोखिम नहीं उठा सकते."

असद ने शनिवार को शांति दूत के साथ मुलाकात में कहा कि बातचीत तब तक नहीं होगी जब तक हिंसा भड़काने वाले आतंकवादी गुट तितर बितर न हो जाएं. वहीं विपक्षी गुटों का दावा था कि सरकारी सेना को बैरकों में लौटना होगा ताकि बातचीत हो सके.

संयुक्त राष्ट्र और अमेरिकी राजनयिकों ने अन्नान मिशन के प्रति कम उम्मीद जताई है. क्योंकि उनकी असद से बातचीत के कुछ घंटों बाद ही इदलिब सिटी में सेना घुसी. अन्नान ने रविवार को बताया कि उन्होंने असद से हिंसा रोकने के बारे में चर्चा की है. "मैंने उनके सामने कुछ ठोस प्रस्ताव रखे हैं जो असरदार है और इन्हें इस संकट को खत्म करने के उद्देश्य से ही बनाया गया है. सबसे अच्छा होगा कि बदलाव और सुधारों को स्वीकार किया जाए."

रिपोर्टः एएफपी/डीपीए/आभा एम

संपादनः एन रंजन

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