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सीपीएम का चुनाव घोषणापत्र जारी

१६ मार्च २००९

सीपीएम ने अपना चुनाव घोषणापत्र जारी कर दिया और यूपीए सरकार की आर्थिक नीतियों एवं विदेशनीति पर निशाना साधते हुए उन्हें उलटने की वकालत की.

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सीपीएम महासचिव प्रकाश कारततस्वीर: AP

घोषणापत्र जारी करते हुए पार्टी महासचिव प्रकाश कारत ने कहा कि वर्तमान नीतियों के कारण समाज में असमानता और अन्याय के मामले बढ़े हैं. कारत ने कहा कि दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और सभी समुदायों के गरीबों के लिए नयी आर्थिक नीतियां अपनानी होंगी.

सीपीएम के घोषणापत्र में चार बिन्दुओं पर विशेष ज़ोर दिया गया है, सामाजिक समानता, अडिग धर्मनिरपेक्षता, सच्चा संघीयवाद और स्वतंत्र विदेशनीति. कारत ने कहा कि उनकी पार्टी सामाजिक न्या य और स्वतंत्र विदेशनीति का मंच तैयार करना चाहती है.

कारत ने कहा कि उनकी पार्टी सार्वजनिक क्षेत्र की मुनाफा कमाने वाली कंपनियों के निजीकरण के पूरी तरह से ख़िलाफ़ है. वह खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर पूरी तरह से प्रतिबन्ध लगाने के पक्ष में हैं और बड़े औद्योगिक घरानों को टैक्स में दी जा रही छूट को पूरी तरह से समाप्त करना चाहते हैं

कारत ने संसद को विश्वास में लिए बिना कोई भी अंतर्राष्ट्रीय संधि नहीं करने की वकालत की है. प्रकाश कारत ने अमेरिका के साथ रक्षा समझौतों को भी रद्द करने की बात की है.

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने सीपीएम के घोषणापत्र पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि नंदीग्राम में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक मारे गए थे. उन्होंने कहा कि सीपीएम सत्ता तो चाहती है पर ज़िम्मेदारी नहीं.

लेखक: कुलदीप कुमार, नई दिल्ली

संपादक: प्रिया एसेलबॉर्न