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सीएजी की रिपोर्ट में कलमाड़ी पर निशाना

१२ अगस्त २०१०

कॉमनवेल्थ खेलों की जांच की अंतरिम रिपोर्ट में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) को कुछ गंभीर गड़बड़ियां मिली हैं. रिपोर्ट के मुताबिक प्रसारण और स्पॉन्सरशिप के अधिकारों के लिए सलाहकार चुनने में काफी घालमेल हुआ.

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कलमाड़ी पर उठती उंगलियांतस्वीर: UNI

सूत्रों के मुताबिक इस जांच में पता चला है कि सुरेश कलमाड़ी की अध्यक्षता वाली खेलों की आयोजन समिति ने मेलबर्न के स्पोर्ट्स मार्केटिंग एंड मैनेजमेंट (स्मैम) को बहुत कम दाम पर स्पॉन्सरशिप दी. उसके बाद ही खराब प्रदर्शन के आधार पर स्पॉन्सरशिप डील को तोड़ दिया गया. हालांकि ऑस्ट्रेलियाई कंपनी ने इन आरोपों को गलत बताया है. प्रसारण अधिकारों के लिए ब्रिटेन की 'फास्ट ट्रैक सेल्स लिमिटेड' को सलाहकार के तौर पर चुना गया.

कॉमनवेल्थ खेलों की आयोजन समिति की जांच का काम नवंबर 2009 से जनवरी 2010 के बीच किया गया. जांच की रिपोर्ट टिप्पणी के लिए समिति को भेज दी गई है. हालांकि उसके जवाब के बारे में पता नहीं चल पाया है.

यह साफ किया गया है कि यह फील्ड अफसरों की जांच रिपोर्ट है ना कि ऑडिट रिपोर्ट. यह भी कहा गया कि अंतिम रिपोर्ट में तथ्य जांच रिपोर्ट से अलग हो सकते हैं. सूत्र बताते हैं कि रिपोर्ट में मैक्सम इंटरनैशनल नाम की कंपनी का भी जिक्र है. इसी रिपोर्ट में लंदन में पिछले साल हुई क्वींस बैटन रिले के लिए अपनाए गए तौर तरीकों पर भी सवाल उठाए थे. इसके आयोजन का जिम्मा मैक्सम को सौंपा गया. कहा जाता है कि मैक्सम ने सबसे ऊंची बोली लगाई.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः ए कुमार