ऐसी कितनी चीजें होती हैं, जिन्हें हम खरीद के रख तो लेते हैं लेकिन इस्तेमाल सिर्फ एक या दो बार करते हैं. कितना अच्छा हो अगर जिन्हें इसकी जरूरत हो, वो इसका इस्तेमाल कर सकें. बर्लिन में लोग ऐसा कर रहे हैं. इस तरह से इन चीजों को एक दूसरे के साथ शेयर कर के हम पर्यावरण को भी बचा सकते हैं और लोगों के करीब भी आ सकते हैं.