सर्दी में सर्दी से बचिए
कहीं दिसंबर जनवरी का जाड़ा आने का मतलब सर्दी जुकाम और खांसी तो नहीं. सर्दी से पहले कपड़ों और शरीर की हिफाजत के बारे में बहुत कुछ कहा जाता है लेकिन कुछ मामूली नुस्खों से भी फायदा हो सकता है.
सर्दी की बीमारी
सर्दी में आम तौर पर सांस लेने वाली नली में परेशानी रहती है या फिर सर्दी जुकाम. कई बार इसकी वजह से अच्छी नींद भी नहीं आती है. घरेलू नुस्खों से सर्दी में बहुत हद तक बचा जा सकता है लेकिन अगर समस्या बढ़ती नजर आए, तो डॉक्टर के पास जाना जरूरी है.
नाक बहना
कोई बात नहीं. एक बर्तन में पानी गर्म कीजिए और इसमें कैमीलिया और तुलसी का पत्ता मिलाइए. फिर इस पानी को खौला लीजिए. अब इस पानी का भाप लीजिए और चेहरे को एक तौलिए से ढंक लीजिए. दिन भर में कई बार कीजिए और बाहर जाने से पहले तो जरूर.
नाक बंद, जुकाम
लगातार गला बैठा हो या नाक बहना न रुक रहा हो तो बहुत चिंता की बात नहीं. बस अगर इसके साथ घर से बाहर गए, तो परेशानी हो सकती है. एक चम्मच अदरक का रस निचोड़ कर इसमें शहद मिलाइए. लेकिन अगर बुखार भी हो, तो डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर है.
सूरज से मिलिए
शरीर में अलग अलग विटामिनों की जरूरत पड़ती है. फलों और सब्जियों से कई तरह की विटामिन मिल जाती है लेकिन विटामिन डी के लिए सूरज का दीदार जरूरी है. हालांकि सर्द मुल्कों में कई बार ठंड में कई कई दिन तक सूरज नहीं निकलता.
मसालों से इलाज
भारत के मसाले भी कई बार औषधि का काम करते हैं. मिसाल के तौर पर अदरक और लहसुन भी. लहसुन से शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ती है और बैक्टीरिया भी मरते हैं. सर्दियों में अदरक और लहसुन पेस्ट के साथ चिकेन सूप काफी फायदेमंद होता है. जुकाम में गोलमिर्च की चाय का फायदा तो काफी मशहूर है.
लौंग का इस्तेमाल
खांसी हो या गला छिल रहा हो, तो लौंग काफी मददगार साबित हो सकता है. लौंग में कीटाणु को नष्ट करने के गुण भी होते हैं.
सर्दी के सूप
चिकेन सूप सर्दियों में लेना अच्छा होता है. इससे शरीर में ऊर्जा मिलती है. चिकेन के साथ गाजर, शलगम और दूसरी सब्जियों को मिलाना भी अच्छा होता है. वैसे खड़े गर्म मसाले के साथ दूसरी सब्जियों के सूप भी सर्दियों में फायदेमंद होते हैं.
पेय
सर्दियों में भी शरीर को पानी की दरकार होती है और ठंड में लोग पानी कम पीते हैं. लेकिन ज्यादा पानी पीना हमेशा बेहतर होता है. पानी को गुनगुना करके इसमें थोड़ा नींबू और अदरक मिला लिया जाए, तो अच्छा है. नींबू में विटामिन सी होता है, जबकि अदरक से शरीर का दर्द कम होता है. इसके अलावा पानी में लौंग या तुलसी के पत्ते भी मिलाए जा सकते हैं.
पहले से तैयारी
जिन जगहों पर सर्दियों में सूरज नहीं निकलता, वहां गर्मियों के दौरान खूब धूप सेकनी चाहिए. कम से कम दो महीने पहले से पौष्टिक खाने पर ध्यान देना चाहिए, ताकि शरीर की प्रतिरोधी क्षमता बनी रहे.