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सरबजीत के लिए फिर अपील करेंगे बर्नी

२४ जून २००९

पाकिस्तानी मानवाधिकार कार्यकर्ता अंसार बर्नी का कहना है कि वह सरबजीत सिंह की फांसी सज़ा को रद्द करने के लिए फिर से अपील करेंगे. उनका कहना है कि गुरुवार को वह पाकिस्तानी राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी से रहम की अपील करेंगे.

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सरबजीत के परिवार को अब भी कई उम्मीदेंतस्वीर: Tanvir Shahzad

पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अंसार बर्नी ने बुधवार शाम कहा कि वह पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली ज़रदारी के सामने सरबजीत सिंह को माफ किए जाने की नए सिरे अपील करेंगे.

बुधवार के अदालती फरमान के बाद पाकिस्तान के पूर्व मानवाधिकार मंत्री बर्नी ने इस्लामाबाद में कहा, ''मैं पाकिस्तान के राष्ट्रपति के सामने रहम की एक नई अपील करने जा रहा हूं. मुझे भरोसा है कि पाकिस्तान की सरकार गैर इस्लामी या भारतीय होने के आधार पर किसी बेगुनाह व्यक्ति को फांसी पर नहीं चढ़ने देगी.''

इससे पहले पाकिस्तान सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों की बेंच ने सरबजीत सिंह की रहम की अपील ख़ारिज करते हुए उनकी मौत की सज़ा बरकरार रखी.

भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह फिलहाल लाहौर की कोट लखपत जेल में हैं. उन पर 1990 में लाहौर में धमाके करने और उनकी साजिश रचने के आरोप हैं. उन धमाकों के बाद से ही 43 साल के सरबजीत सिंह लाहौर की जेल में बंद हैं.

वैसे भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के लिहाज़ से मुद्दा बन चुके सरबजीत सिंह की सज़ा पहले भी दो बार के लिए टाली जा चुकी है. एक बार पूर्व राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ ने सबरजीत की सज़ा महीने भर के लिए टाली और दूसरी बार इसकी पहल प्रधानमंत्री युसुफ रज़ा गिलानी ने की.

रिर्पोट: पीटीआई/ओ सिंह

संपादन: ए कुमार