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सरबजीत की फांसी टली

३ मई २००८

पाकिस्तान सरकार ने सरबजीत सिंह की फांसी पर फ़िलहाल रोक लगा दी है। सरबजीत लाहौर की कोट लखपत जेल में क़ैद हैं, जहां पिछले दिनों उनके रिश्तेदारों ने उनसे मुलाक़ात की थी।

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परिवार में जगी उम्मीद
परिवार में जगी उम्मीदतस्वीर: tanvir shahzad

सरबजीत के घर वालों और भारत के लोगों को बड़ी राहत मिली है। पाकिस्तान सरकार ने सरबजीत सिंह की फांसी पर फ़िलहाल रोक लगा दी है। इसके साथ ही उन्हें माफ़ी मिल जाने की उम्मीद बढ़ गई है। पाकिस्तान गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी कमाल शाह ने बताया कि सरबजीत की फांसी के आदेश को फ़िलहाल स्थगित कर दिया गया है। लाहौर की कोट लखपत जेल के अधीक्षक ने कहा है कि उन्हें ये आदेश मिल गए हैं। सरबजीत इसी जेल में क़ैद हैं। पिछले ही दिनों सरबजीत की पत्नी और बच्चों सहित पांच रिश्तेदारों ने इसी जेल में जाकर उनसे मुलाक़ात की थी। जिसके बाद उनकी बहन दलबीर कौर ने रहम की अपील की थी।

शायद दलबीर कौर की अपील काम आई। सरबजीत के वकील राणा अब्दुल हमीद ने भी फांसी टालने की ख़बर की पुष्टि कर दी है। 1990 में पाकिस्तान में हुए बम धमाकों के आरोपी सरबजीत सिंह की फांसी पर पहले तीस अप्रैल तक रोक लगी थी। फिर उसे तीन हफ़्ते और टाल दिया गया था। उन पर जासूसी के भी आरोप हैं। भारत सरकार सरबजीत को माफ़ी दिलाने की कोशिश में लगी है और दो दिन पहले विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने कहा था कि उन्हें उम्मीद है कि वो जल्द ही घर लौट सकेंगे। पाकिस्तान में कई मानवाधिकार संगठन भी सरबजीत की रिहाई के प्रयास कर रहे हैं, जिनमें सबसे अहम नाम पूर्व मानवाधिकार मंत्री अंसार बर्नी का है। उन्होंने डॉयचे वेले से बातचीत में कहा कि वो अपनी कोशिश जारी रखेंगे।

इस बीच, पाकिस्तान की सूचना मंत्री शेरी रहमान ने बताया है कि उनकी सरकार इस मुद्दे पर विचार कर रही है और वादा किया है कि वो अपनी हर संभव कोशिश करेंगी। शेरी मशहूर गांधीवादी नेता निर्मला देशपांडे के अंतिम संस्कार के मौक़े पर भारत में थीं। बताया जाता है कि पाकिस्तान सरकार मौत की सज़ा पाए कुछ क़ैदियों की सज़ा उम्र क़ैद में बदलने की तैयारी कर रही है और इसी सिलसिले में सरबजीत की फांसी टल सकती है।