सबसे ऊंचा कौन
विकास और प्रगति दिखाने का देशों के पास एक आसान तरीका है. वह अपने शहरों में ऊंची से ऊंची इमारतें बनाने की कोशिश करते हैं. अमेरिका ने इस ट्रेंड की शुरुआत की, अब बाकी देश इस रेस को जीतने में लग गए हैं.
शंघाई की अंगड़ाई
शंघाई टावर्स बन कर लगभग तैयार हो गए हैं. इनकी ऊंचाई 580 मीटर है और इसमें 121 मंजिले हैं. 2014 में खत्म होने के बाद इसकी ऊंचाई 630 मीटर होगी और दुबई के बुर्ज खलीफा के बाद दुनिया की यह सबसे ऊंची मीनार होगी.
चीन की ऊंचाइयां
शंघाई टावर के साथ शंघाई में ही विश्व आर्थिक केंद्र और जिनमाओ टावर इस शहर के आसमान को सजाते हैं. आसपास की इमारतें बौनी सी लगती हैं.
मेड इन ताइवान
ताइपेई 101 है ताइवान की शान. 2004 में बनने के बाद करीब पांच साल तक यह दुनिया की सबसे लंबी इमारत बनी रही. ताइपेई 101 की लिफ्ट भी बहुत ही तेज है. ग्राउंड फ्लोर से छत तक पहुंचने में एक मिनट से कम लगता है.
एकता में दम
यह जुड़वां मीनार मलेशिया की राजधानी क्वालालम्पुर की पहचान है. 2004 में ताइपेई 101 ने पेट्रोनास टावर्स से सबसे ऊंची इमारत का खिताब छीन लिया. लेकिन अब भी यह दुनिया की सबसी ऊंची जुड़वां इमारतें हैं.
पुराना दिग्गज
पेट्रोनास टावर बनने से पहले दुनिया की सबसे ऊंची इमारतें अमेरिका में थीं. 41 साल पहले एंपायर स्टेट बिल्डिंग विश्व चैंपियन था और आज भी इसकी अपनी पहचान बनी हुई है.
छोटा है, पर अपना है
जर्मनी में सबसे ऊंची बिल्डिंग है, फ्रैंकफर्ट में कोमेर्त्सबैंक का दफ्तर. एंटीना मिलाकर इसी ऊंचाई 300 मीटर है. दुनिया की 100 सबसे ऊंची इमारतों में इसका अता पता भी नहीं.
अब तक चैंपियन
2007 में बनने के बाद बुर्ज खलीफा ने ताइपेई 101 का रिकॉर्ड तोड़ दिया और दुनिया की सबसे ऊंची मीनार बन गई. बुर्ज खलीफा में दुनिया का सबसे ऊंचा रेस्तरां और दुनिया की सबसे लंबी लिफ्ट भी है.