श्रीलंकाई खिलाड़ियों को फिक्स करने की कोशिश!
६ सितम्बर २०१०श्रीलंका टीम के सूत्रों का कहना है कि पिछले साल कई बार कुछ संदिग्ध चरित्र खिलाड़ियों के संपर्क में आने की कोशिश कर रहे थे. इंगलैंड में वर्ल्ड ट्वेंटी20 के दौरान ऐसी घटनाओं के बाद आईसीसी की भ्रष्टाचार विरोधी इकाई (एसीएसयू) को तुरंत इसके बारे में सूचित किया गया था. इसके बाद इकाई के वरिष्ठ जांचकर्ता एलन पीकॉक ने खिलाड़ियों से बात की थी.
श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के सचिव निशांत रणतुंगा ने भी इस खबर की पुष्टि की है कि बोर्ड के मैनेजर ब्रेंडन कुरुप्पू ने एसीएसयू को इस आशय की रिपोर्ट दी थी. पीकॉक के साथ बातचीत के बाद खिलाड़ियों को हिदायत दी गई कि वे बेहिचक ऐसी चीज़ों की सूचना दें.
टीम के सूत्रों का कहना था कि हर मैच के दौरान इसका पूरा ख्याल रखा जाता है कि इस प्रकार की कोई अप्रिय घटना न हो. साथ ही इस सिलसिले में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल की भ्रष्टाचार विरोधी संस्था के साथ पूरा सहयोग किया जाता है.
इन मामलों में पूरी गोपनीयता बरती जाती है, और मीडिया से दूर रहने की कोशिश की जाती है. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल की आचार संहिता के अनुसार खिलाड़ी ऐसी बातों की सूचना देने के लिए बाध्य हैं. दूसरी ओर, इसका भी ख्याल रखना पड़ता है कि वे अपने आपको सुरक्षित महसूस करें. इसकी खातिर विश्वास का माहौल तैयार करना पड़ता है. खिलाड़ी भी चाहते हैं कि खेल स्वच्छ रहें.
रिपोर्ट: एजेंसियां/उभ
संपादन: एस गौड़