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श्रीलंका ने भारत की हालत खस्ता की

२२ अगस्त २०१०

दांबुला वनडे में टीम इंडिया के पांच विकेट गिरे. कुलशेखरा और मैथ्यूज ने भारतीय टीम के शीर्ष क्रम को तबाह किया. सहवाग, कार्तिक, रोहित शर्मा, रैना और धोनी पैवेलियन लौटे. 24 ओवर में स्कोर 73/5.

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तस्वीर: AP

पारी की शुरूआत वीरेंद्र सहवाग के साथ दिनेश कार्तिक ने की. पांच ओवर तक दोनों संभलकर खेलते रहे. इस दौरान सिर्फ 20 रन बने. छठे ओवर से सहवाग ने रनों की रफ्तार बढ़ाने की कोशिश की लेकिन तभी कुलशेखरा उनका विकेट ले उड़े. वीरू ने 12 गेंदों पर 12 रन बनाए. थोड़ी ही देर बाद दिनेश कार्तिक का विकेट गिरा, फिर 11 रन पर खेल रहे रोहित शर्मा भी वापस लौट गए.

अब क्रीज पर युवराज सिंह और सुरेश रैना हैं. डेंगू बुखार की वजह से युवराज पिछला मैच नहीं खेल पाए थे. इस जोड़ी के बाद कप्तान धोनी और फिर रवींद्र जडेजा ही बचते हैं. तो जाहिर है कि भारतीय टीम मुश्किल में है.

गेंदबाजी की कमान फिर से आशीष नेहरा, ईशांत शर्मा, प्रवीण कुमार और प्रज्ञान ओझा के हाथ में है. ऑलराउंडर और नंबर सात के बल्लेबाज के तौर पर रवींद्र जडेजा को मौका दिया गया है.

दोनों टीमों के लिए फाइनल का टिकट बुक करने के लिए यह मैच जीतना जरूरी है. मुकाबला आत्मसम्मान का भी है. भारत के खिलाफ पिछले मैच में नो बॉल फेंककर विवाद का केंद्र सूरज रणदीव की वापसी हुई है. अब देखना है कि आज टीम इंडिया किस अंदाज में रणदीव का सामना करती है.

दांबुला में टॉस की भूमिका अहम मानी जाती है. पहले बल्लेबाजी करने की वजह से भारत को मनोवैज्ञानिक बढ़त जरूर मिली है. ऐसे में अगर टीम इंडिया 250 रन भी बना ले तो मैच पर उसकी पकड़ मजबूत हो जाएगी. दांबुला में रात में खेलने वाली टीम को स्विंग और स्पिन होती गेंदों से खासी मुश्किल पेश आती है. ओस की वजह से मैदान भी गीला रहता है और गेंद को बाउंड्री तक पहुंचाना भी कठिन होने लगता है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह

संपादन: वी कुमार