शार्क पर्यटन के लिए पालाऊ को शाबाशी
२२ अक्टूबर २०१२हैदराबाद में इस नीति के लिए पालाऊ को सम्मानित किया गया. उसे 2012 का फ्यूचर पॉलिसी अवॉर्ड दिया गया. इस साल यह अवॉर्ड खास तौर पर सबसे अच्छी समुद्र नीतियों के लिए दिया गया है. जैव विविधता के संरक्षण सम्मेलन में वर्ल्ड फ्यूचर काउंसिल की निदेशक अलेक्जेंड्रा वान्डेल ने कहा. "समुद्र की पारिस्थितिकी बचाने के लिए पालाऊ वैश्विक नेतृत्व कर रहा है. होंडूरास, मालदीव, बाहामा, कोस्टारिका उससे सीख ले रहे हैं ताकि वह खुद शार्क सेंचुरी बना सकें या शार्क पकड़ने पर रोक लगा सकें."
पिछले महीने माइक्रोनेशिया के चार द्वीपों ने शार्क मछलियों के व्यावसायिक शिकार पर रोक लगा दी थी. और कुछ और देशों के साथ मिल कर 50 लाख वर्ग किलोमीटर का माइक्रोनेशिया रिजनल शार्क सेंचुरी बनाने की इच्छा जताई थी.
पालाऊ के चुनाव में शामिल स्वतंत्र उम्मीदवार उसके 2003 शार्क हावेन एक्ट और 2003 के पालाऊ प्रोटेक्टेड एरियास नेटवर्क एक्ट से काफी प्रभावित थे. वांडेल ने कहा, "वर्ल्ड फ्यूचर काउंसिल का उद्देश्य है अच्छी नीतियों के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़ाया और न्यायपूर्ण, टिकाऊ और शांतिपूर्ण समाज बनाने में गति लाना."
दुनिया भर में शार्क भारी संकट में हैं. और उनकी संख्या घट रही है. करीब सात करोड़ तीस लाख शार्क सालाना दुनिया भर में मारी जाती है क्योंकि शार्क के पखनों का सूप दुनिया भर में लगातार मशहूर हो रहा है.
पालाऊ 22,000 लोगों वाला करीब 200 छोटे छोटे द्वीपों का समूह है. यहां शार्क की करीब 130 दुर्लभ प्रजातियां पाई जाती हैं जिनमें ग्रेट हैमरहेड्स, ओशनिक व्हाइटटिप्स और लियोपार्ड शार्क शामिल हैं. सितंबर 2009 में पालाऊ में पहली शार्क सेंचुरी खोली गई.
शार्क सामुद्रिक पारिस्थितिकी में अहम भूमिका निभाती हैं. इसके खाद्य चक्र को बनाए रखने में शार्क की अहम भूमिका होती है. वह बीमार और कमजोर को खा जाती हैं और मृत को भी.
पालाऊ के लोग जानते हैं कि शार्क के शिकार की बजाए उसे बचा कर कैसे पैसे कमाना है.
एएम/एमजी (आईपीएस)